VIDEO: डीएवी में संपन्न हुआ वैदिक चेतना सम्मेलन, खूब हुआ वैदिक विचारों का मंथन




नवीन चौहान.
डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल जगजीतपुर में दो दिवसीय वैदिक चेतना सम्मेलन सकुशल संपन्न हो गया। इस दौरान वैदिक विचारों का खूब मंथन हुआ। स्कूल के सभी बच्चों और अभिभावकों को वेदों के ज्ञान तथा भारतीय संस्कार व संस्कृति से जोड़ने का अभिनव प्रयास हुआ।

कार्यक्रम के दौरान बच्चों की सांस्कृतिक प्रतिभाओं को निखारने के लिए मंच प्रदान किया गया। करीब 950 से अधिक छोटे—छोटे बच्चों ने अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से अतिथिगणों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नन्ने मुन्ने बच्चों के मुख से आर्य समाज के नियमों को सुनकर गणमान्यों ने भी दांतो तले अंगुली दबा ली।

वैदिक चेतना सम्मेलन के दूसरे दिन का शुभारंभ मुख्य वक्ता डॉ सुरेंद्र शर्मा, पूर्व प्रधानाचार्य पीसी पुरोहित व कार्यवाहक प्रधानाचार्य मनोज कपिल, एचईसी इंस्टीटयूशन के निर्देशन डॉ संदीप चौधरी ने संयुक्त रूप से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ दीप प्रज्ज​वलित कर किया। कार्यवाहक प्रधानाचार्य मनोज कपिल जी ने मुख्य अतिथियों व मुख्य वक्ताओं का फूल माला पहनाकर तथा वैदिक पटका ओढ़ाकर स्वागत सत्कार किया। जिसके बाद स्कूली बच्चों ने डीएवी गान और स्वागत गीत प्रस्तुत कर उपस्थितजनों का सम्मान किया।

डीएवी गान की प्रस्तुति ने अतिथियों और अभिभावकों को जोश व उमंग से भर दिया। विशिष्ट अतिथि उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ दिनेश चंद्र शास्त्री ने वैदिक चेतना सम्मेलन में अपने संबोधन में कहा कि डीएवी हमारी आत्मा की तरह है। उन्होंने स्वामी दयानंद सरस्वती जी द्वारा बताए गए वैदिक चिन्तन का उल्लेख करते हुए सहृदयता और परस्पर प्रेम के महत्व को बताया। राष्ट्र चिंतन, पर्यावरण चिंतन तथा वैदिक चेतना का महत्व समझाते हुए कहा आकाश में उड़ रहे हो लेकिन पैरों को धरती पर टिकाकर चलना सीखो।

मुख्य वक्ता डॉ सुरेंद्र शर्मा जी ने भी मन तथा बुद्धि से आत्म चिंतन के महत्व को बताया। उन्होंने बड़े ही सरल शब्दों में मन बुद्धि के बीच कर्म के अंतर को समझाया। मुख्य वक्तों के विचारों को सुनकर अभिभावकों में आनंद की अनुभूति हुई। तथा वैदिक सम्मेलन की सार्थकता पूर्ण साबित होती दिखी।

स्कूली बच्चों ने स्वामी दयानंद जी की जीवन दर्शन को जय ऋषि की नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की शानदार प्रस्तुति ने सभी को रोमांचित कर आत्मविभोर कर दिया। कोरोना संक्रमण काल में पुलिस और चिकित्सकों की महत्वपूर्ण भूमिका को भी स्कूल के बच्चों ने प्रस्तुति के माध्यम से सराहा।

दो दिन तक चले कार्यक्रम का सफल संचालन शिक्षिका प्रतिभा शर्मा ने किया। कार्यवाहक प्रधानाचार्य मनोज कपिल जी ने वैदिक चेतना सम्मेलन के सूत्रधार पदमश्री पूनम सूरी जी को धन्यवाद ज्ञापित किया। आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले शिक्षक, शिक्षिकाओं, स्कूल स्टॉफ व अभिभावकों का आभार ज्ञापित किया।



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