भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता त्रिवेंद्र सिंह रावत भ्रामक खबर से आहत




नवीन चौहान.
उत्तराखंड के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत सोशल मीडिया पर चल रही एक झूठी और भ्रामक खबर से आहत हैं। इस खबर में बताया जा रहा है कि त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 20 विधायकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ले ली है। इस खबर का खंडन करते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उनकी लोकप्रियता से घबराकर यह विरोधियों की सोची समझी साजिश है। वह भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता है और पूरी निष्ठा के साथ संगठन की दी गई जिम्मेदारी को निभा रहे है।

पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के बारे में कहा जाता है कि वह संगठन के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं। उनकी मेहनत को निष्ठा को देखते हुए संगठन ने उन्हें प्रदेश का सर्वोच्च मुख्यमंत्री के पद की जिम्मेदारी भी दी। जिसे उन्होंने बखूबी निभाया। सीएम पद से हटने के बाद भी वह पार्टी को और अधिक मजबूत करने में जुटे रहे। उन्होंने अपने कार्यकाल में ईमानदारी के साथ जीरो टॉलरेंस से सरकार चलायी।

उन्होंने कहा कि उनके विरोधी उनकी बढ़ती लोकप्रियता से घबरा रहे हैं। यही वजह है कि सोशल मीडिया पर उनकी बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर उन्हें लेकर भ्रामक खबर चलायी जा रही है। इस खबर का उन्होंने खंडन किया है। उन्होंने न्यूज127 से बातचीत में कहा कि ये हमारे विरोधियों की साजिश है। कहा कि वह हमेशा भाजपा संगठन के साथ रहे हैं। वह तोड़मरोड़ की राजनीति में विश्वास नहीं करते। उन्हें कभी पद की लालसा नहीं रही। संगठन ने उन्हें जो भी जिम्मेदारी सौंपी उसे उन्होंने अपनी पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ निभाया।

त्रिवेंद्र सिंह रावत जब मुख्यमंत्री रहे तो उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हरक सिंह रावत और यशपाल सिंह आर्य जैसे दिग्गज कांग्रेसियों के मंसूबों को भी पूरा नहीं होने दिया। विकट परिस्थितियों में भी उन्होंने चार साल तक मजबूत सरकार चलायी। ऐसे में उन्हें इस बात से काफी ठेस पहुंची है कि उनके खिलाफ सोशल मीडिया में भ्रामक खबर चलायी जा रही है।

त्रिवेंद्र सिंह रावत ने न्यूज 127 को बताया कि उनके कांग्रेस में शामिल होने की खबर पूरी तरह भ्रामक और गलत है। वह आज भी भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं। संगठन ने उन्हें जो जिम्मेदारी सौंप रहा है उसे पूरी निष्ठा के साथ निभा रहे हैं। कहा कि वह इस मामले में जरूरत पड़ी तो कानून का सहारा भी लेंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर विरोधी खेमा उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास करने में जुट गया है। लेकिन उनके ईमानदार व्यक्तित्व के सामने विरोधियों की यह चाल नाकाम हो रही है। भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ता त्रिवेंद्र भाजपा के एक मजबूत सिपाही हैं। जो सिर्फ भाजपा को ऊंचाईयों तक पहुंचाने के लिए कार्य करते हैं। ऐसे में वायरल वीडियो के मैसेज को उन्होंने विरोधियों का षडयंत्र बताया है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि वह भाजपा के सच्चे सिपाही हैं। भाजपा ने उनको प्रदेश की जिम्मेदारी दी थी तो उसका पूरी ईमानदारी से निर्वहन किया। जीरो टॉलरेंस की मुहिम को लेकर सरकार चलाई और भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश बनाया। उन्होंने जनकल्याणकारी योजनाओं को प्राथमिकता दी। अपनी ही पार्टी के गलत कायों को भी कभी मंजूरी नहीं दी। वह हमेशा भाजपा की सेवा करते रहेंगे। उनको सत्ता की कुर्सी का कभी लोभ नहीं रहा। पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी, उसको निभाया। पार्टी आगे भी जो आदेश करेगी वह उसी का पालन करेंगे। विधायकों को तोड़कर सरकार बनाने के इस फालतू मैसेज से बेहद आहत हैं। उनको मानसिक कष्ट हुआ है।
बताते चले कि त्रिवेंद्र सिंह रावत की छवि एक कड़क नेता की रही है। मुख्यमंत्री की कुर्सी पर रहकर भी उन्होंने कांग्रेसी विचारधारा के नेताओं के गलत मंसूबों को पूरा नही होने दिया। उन्होंने तमाम तकलीफों का सामना करने के बाबजूद अपने कार्यकाल को पूरी ईमानदारी से निभाया। वह भाजपा की सेवा में है और हमेशा अपनी पार्टी की सेवा करते रहेंगे।



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