7वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर दो दिवसीय ऑनलाइन योग सत्र का शुभारंभ, घर बैठे लोगों ने योग साधना का उठाया लाभ




नवीन चौहान
ॐ आरोग्यं योग मंदिर ट्रस्ट द्वारा योगी रजनीश जी के सानिध्य में आज सातवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य पर दो दिवसीय ऑनलाइन योग सत्र का शुभारंभ किया गया। आज प्रथम सत्र के अंतर्गत अनेक लोगों ने घर बैठे योग साधना का लाभ उठाया।
योग सत्र को संचालित करते हुए योगी रजनीश जी ने बताया कि कि वर्ष 2015 में योग को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने में भारत की अग्रणी भूमिका रही है। तभी से सम्पूरर्ण विश्व 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाता है। उन्होंने बताया कि हम सभी जानते हैं कि इस वर्ष कोरोना महामारी के चलते पूरे विश्व में डर का माहौल है। ऐसे में इस महामारी से बचने के लिए विश्व स्तर पर अनेक प्रकार के उपाय किए जा रहे हैं । कोरोना महामारी की छाया इस बार योग दिवस पर भी देखने को मिल रही है। कोरोना के कारण योग दिवस पर इस बार कोई बड़ा आयोजन न करते हुए इसकी थीम रखी गई है ‘घर पर योग, परिवार के साथ योग’। आयुष मंत्रालय के अनुसार इस वर्ष योग दिवस पर सामूहिक रूप से योग करने के बजाय सभी अपने -अपने घरों में योग करें। अतः ऑनलाइन योग सत्र इसका एक बेहतर विकल्प है।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए योगी रजनीश जी ने बताया कि यह तो हम सभी जानते हैं की योग हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और इस कोरोना महामारी के चलते हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का सुदृढ़ होना अत्यंत आवश्यक है। जब हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है तो कोई भी वायरस या कीटाणु हमारे शरीर को नुकसान नहीं पहुंचा पाता है। हमारे शरीर की रोगों से लड़ने वाली यह प्रणाली उसे स्वयं समाप्त कर देती है। इस तरह केवल प्रतिदिन योग से हम कोरोना जैसी खतरनाक बीमारी से भी जीत सकते हैं।
आगे योगी रजनीश जी ने सभी को सूक्ष्म योगाभ्यास के साथ-साथ विभिन्न प्राणायाम एवं ध्यान का अभ्यास भी कराया। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार आसन से हमारे शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती है उसी प्रकार प्राणायाम करने से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है तथा हमारे शरीर में ऑक्सीजन अधिक से अधिक मात्रा में पहुंच पाती है। साथ ही ध्यान से हमें मानसिक शांति प्राप्त होती हैं जिसकी आज के इस भागदौड़ भरे तथा डर भरे माहौल में बहुत आवश्यकता है। यदि मनुष्य मानसिक रूप से स्वस्थ रहेगा, उसके अंदर ऑक्सीजन की मात्रा पूर्ण रूप से पहुंचेगी तथा उसके शरीर की मांसपेशियां एवं अन्य अंग स्वस्थ रहेंगे तो निश्चित ही कोई भी महामारी एक स्वस्थ मनुष्य का कुछ भी नहीं बिगड़ सकती।
कार्यक्रम को पूर्ण करते हुए योगी रजनीश जी ने सभी से यह अपील की कि आप सभी अपने व्यस्त समय में से थोड़ा सा समय निकाल कर योग को अवश्य दें ताकि केवल विकट समय में ही नहीं अपितु हर समय आप स्वस्थ रह सकें, अपने जीवन का आनंद उठा सकें तथा औरों को भी स्वस्थ रखने में सहयोग कर सकें। साथ ही उन्होंने सभी से यह भी अपील की कि आप स्वयं तो योग करें ही साथ ही साथ कम से कम 2 लोगों को योग द्वारा अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए प्रेरित अवश्य करें।
आनलाईन योग सत्र में डाॅ.राजेन्द्र पाराशर, डाॅ.महेन्द्र राणा, डाॅ.संध्या शर्मा, अर्चना शर्मा, मिनाक्षी पाराशर, मनोज वर्मा, सुनीता चौबे, मोनिका पुनानी आदि ने भाग लिया।



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