एक लाख की रिश्वत लेते वन दरोगा को रंगेहाथों दबोचा




नवीन चौहान
उत्तराखंड की विजीलेंस की टीम ने एक वन दरोगा को एक लाख की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों दबोचा है। आरोपी एक डंपर वाहन चालक के सीज वाहन को छुड़ाने की एवज में दो लाख की मांग कर रहा था। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। घटना हल्द्वानी की है। विजीलेंस की टीम को दस हजार का इनाम देने की घोषणा की गई है।
पीड़ित फईम अहमद ने एक अप्रैल को पुलिस अधीक्षक सतर्कता सेक्टर नैनीताल, हल्द्वानी कार्यालय आकर शिकायत दर्ज कराई कि उसका व उसके साथी नियाज़ अली के डम्पर 7 मार्च को बंजारी गेट रामनगर के अंदर वन विभाग की टीम ने सीज किये थे। पीड़ित ने बताया कि गाड़ियों के पास टोकन था इसके बावजूद वाहन को सीज कर दिया गया। पीड़ित ने बताया कि जब मैं और नियाज़ सीज वाहन को छुड़वाने के लिए रेंजर साहब से मिले तो उन्होंने हमसे वन दरोगा शैलेन्द्र चौहान से मिलने को कहा। जब वन दरोगा शैलेन्द्र चौहान से मिले जो उसने दो लाख देने की बात कही और वाहन छोड़ने को कहा गया। वन दरोगा ने दो लाख की रकम से 50 हजार की रसीद देने की बात बताई। जब वन दरोगा को बार-बार अनुरोध किया गया तो वह 02 लाख रु. लेकर उच्चाधिकारियों से गाड़ी छुड़वाने के लिए तैयार हो गया। जिसके बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत सतर्कता विभाग में कर दी। विजीलेंस की जांच में तथ्य सही पाए जाने के बाद निरीक्षक निरीक्षक राम सिंह मेहता के नेतृत्व में एक ट्रैप टीम का गठन किया गया। विजीलेंस की टीम ने जाल बिछाया और शैलेन्द्र चौहान पुत्र भारत सिंह, निवासी पट्टी चौहान, जसपुर, जनपद उधमसिंह नगर, तैनाती गुलज़ारपुर वन चौकी, तराई पश्चिमी वन प्रभाग, रामनगर को रंगे हाथों दबोच लिया। विजीलेंस ने जब आरोपी शैलेंद्र चौहान को गिरफ्तार किया वो एक लाख की रिश्वत ले रहा था। आरोपी को रामनगर भवानी गंज चौराहे से गिरफ्तार किया है।
रिश्वत मांगने की सूचना इन नंबरों पर दे
सतर्कता विभाग द्वारा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने हेतु 18001806666 टोल फ्री हेल्पलाइन की व्यवस्था की गयी है। वृहद प्रचार-प्रसार हेतु बोर्ड लगाये गये है, तथा Facebook व Whatsapp No. – 9456592300 पर भी सतर्कता विभाग सक्रिय है। जनता से अनुरोध है कि इस मुहिम में हमें सहयोग दें।



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