- विधानसभा अध्यक्ष ने किया पांच दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन
- एक ही मंच पर मिले घरेलू स्वदेशी उत्पाद, खूब मिली सराहना
नवीन चौहान.
हिमालयन थ्रेड्स, कृति रावत और पहाड़ की महिलाओं के द्वारा स्वरोजगार की एक पहल तो है ही, साथ ही यह प्रयास है ये बताने का कि चीड़ पहाड़ों के लिए अभिशाप नहीं वरदान भी बन सकता है। पर्यावरण संरक्षण करते हुए, चीड़ की पत्तियों (पिरुल ) से विभिन्न घरेलु उत्पाद बनाए जा सकते हैं। इससे वनाग्नि भी रुक सकती है।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रधानमन्त्री के एक आह्वान पर खादी घर घर पहुंचने से लाखों लोगों को देश भर में रोजगार मिला। इसी प्रकार पिरुल, कंडाली, भीमल आदि पहाड़ी रेशों के उत्पाद हर घर में पहुंचें तो प्रदेश में हजारों लोगों को रोजगार मिल जायेगा। शिक्षा एवम स्वास्थ्य विभाग के मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने भी प्रदर्शनी में पहुंच कर सभी युवा उद्यमियों का उत्साह बढ़ाया।
शनिवार को GMS रोड़ पर इस 5 दिवसीय प्रदर्शनी का उद्घाटन विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने किया। इस अवसर पर देहरादून कैंट विधायक सविता कपूर, राजपुर विधायक खजान दास, धर्मपुर विधायक विनोद चमोली एवम देहरादून महापौर सुनील उनियाल, प्रसिद्ध लोक गायिका मीना राणा, दून वैली उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज मैसोन, विजेंद्र थपलियाल आदि उपस्थित रहे।
दीप प्रज्वलन के बाद सभी अतिथियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। सभी ने विभिन्न उत्पादों को बहुत सराहा। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने कहा ऐसे उत्तम और अनूठे उत्पादों के साथ महिलाएं बाजार में कदम रख रही हैं, ये सबके लिए गौरव की बात है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि इन्हें बाजार उपलब्ध कराएं, सहयोग करें।
मेयर सुनील उनियाल और विधायक खजान दास ने कहा, प्रधानमन्त्री जी का लोकल फॉर वोकल तभी सिद्ध होगा, जब हम अपने पहाड़ी लोगों द्वारा बनाए उत्पादों को खरीदेंगे, उपयोग करेंगे।
‘खनक धरा’ नाम से सोनिका रावत ने भी पर्वतीय सुगंधित वृक्षों जैसे पैय्या, तगर, देवदार, सेज एवम औषधीय पौधों से तैयार केमिकल फ्री सुगंधित कोन जैसे उत्पाद इस प्रदर्शनी में बिक्री हेतु रखे हैं। अजय सैनी के JGS ऑर्गेनिक शहद जो विभिन्न स्वाद में उपलब्ध हैं, आकर्षक पैकिंग में हैं, जिन्हें दर्शकों और अतिथियों ने बहुत सराहा, खरीदा। लांघा घाटी की महिलाओं द्वारा भी स्वादिष्ट अचार, चटनी, जाम के विभिन्न स्वाद बिक्री हेतु उपलब्ध हैं। बनारसी साड़ी, जयपुरी रजाई आदि अनेकों वस्त्र एवम चादरें भी किरण जी ने प्रदर्शनी में बिक्री हेतु रखे हैं।