नवीन चौहान
हरिद्वार लोकसभा चुनाव के दौरान एक जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी ने चुनाव प्रक्रिया की पल—पल की जानकारी देकर मीडिया का कार्य आसान कर दिया। जिला निर्वाचन कार्यालय में चुनाव संबंधी तमाम गतिविधियों की जानकारी मीडिया को दी गई। नामांकन से लेकर नाम वापिसी और प्रत्याशियों के संबंध में समस्त सामग्री मीडिया को उपलब्ध कराई। मतदाता जागरूकता मुहिम को बहुत अच्छे तरीके से निभाया। अपनी कर्तव्यनिष्ठा का पालन कर रहे अधिकारी ने मतदान दिवस पर प्रत्येक दो घंटे में विधानसभावार मतप्रतिशत का बुलेटिन जारी किया। हरिद्वार की मीडिया और जनता को पल—पल में चुनाव की ताजा स्थिति का पता चलता रहा। ये अनूठा कार्य सहायक निदेशक सूचना मनोज श्रीवास्तव ने किया है।
पीसीएस अफसर मनोज श्रीवास्तव 27 अगस्त 2009 को महाकुंभ पर्व के अवसर पर बतौर जिला सूचना अधिकारी के पद पर हरिद्वार आए। इस दौरान उन्होंने सूचना विभाग के कार्यो का निर्वहन किया। 3 जुलाई 2017 को जिला सूचनाधिकारी मनोज श्रीवास्तव पदोन्नती पाने के बाद
सहायक निदेशक बने और इसी के साथ केबिनेट मंत्री और शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक से संबंद्ध एवं विधानसभा मीडिया सेंटर प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई। इस पद पर रहने के दौरान मनोज श्रीवास्तव ने मीडिया को सरकार की तमाम सूचनाओं और जनकल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया। मनोज श्रीवास्तव को केबिनेट मंत्री मदन कौशिक के साथ इलाहाबाद अद्र्ध कुंभ में जाने और कुंभ की व्यवस्थाओं को जानने और सीखने का अनुभव मिला। इसी दौरान लोकसभा चुनाव की तात्कालिता के चलते 14 मार्च 2019 को एक बार फिर सहायक निदेशक मनोज श्रीवास्तव को हरिद्वार सूचना अधिकारी के दायित्वों का निर्वहन करने का अवसर प्रदान हुआ। हरिद्वार पहुंचते ही सहायक निदेशक सूचना मनोज श्रीवास्तव ने अपनी बुद्धिमता का कौशल दिखलाना शुरू किया। हाईटेक तकनीक का इस्तेमाल किया और व्हाट्स्एप् के माध्यम से मीडिया को लोकसभा चुनाव की तमाम जानकारी देकर पत्रकारों के कार्य को आसान बना दिया। मीडिया को संतुष्ट कर पाना हर किसी प्रशासनिक अधिकारी के बस में नही होना है। लेकिन सहायक निदेशक सूचना मनोज श्रीवास्तव ने अपने अनुभव से मतदान के दौरान पत्रकारों को जो सहयोग देकर अपनी प्रतिभा का ट्रेलर दिखलाया है। उनकी पूरी फिल्म 2021 के महाकुंभ में देखने की उम्मीद भी जगी है।बतौर नोडल अधिकारी 2021 महाकुंभ की जिम्मेदारी मनोज श्रीवास्तव को मिल चुकी है। ऐसे में पत्रकारों को कुंभ पर्व के दौरान प्रशासनिक गतिविधियों की जानकारी मिलने में आसानी होगी।