चम्पावत में 93 प्रतिशत वोटों के साथ पुष्कर सिंह धामी की जीत, मोदी जी की टीम मैनेजमेंट ने किया कमाल




नरेश तोमर.
चम्पावत में पुष्कर धामी ने जीत का परचम लहरा दिया है, जीत इतनी जबरदस्त है कि कांग्रेस आलाकमान को भ सोचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि कांग्रेस प्रत्याशी अपनी जमानत भी नहीं बचा सका। सब सोच रहे हैं कि क्या कांग्रेस मतदाताओं ने भी कमल का ही बटन दबाया।

चंपावत सीट पर हुए उप चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को सिर्फ 5 फीसदी वोट मिले हैं। ऐसे में अब यही चर्चा है कि आखिर भाजपा की वो क्या रणनीति थी जिससे उसके प्रत्याशी को प्रचंड वोट मिले। पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी को 19 हजार से अधिक वोट मिले थे लेकिन इस बार यह आंकड़ा पहले मिली वोटों के आसपास भी नहीं पहुंच सका।

सवाल ये भी है कि भाजपा ने ऐसी क्या रणनीति लगाई कि कांग्रेस के खाते वाले वोट भी पुष्कर धामी को शिफ्ट हो गए? इसके पीछे एक वजह ये भी बताई जा रही है कि जिस तरह से बीजेपी की चुनाव प्रबंधन समीति में केंद्रीय प्रभारी ने कार्यकर्ताओं से सीधा कनेक्शन स्थापित करना।

चम्पावत चुनावों में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावडे को चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी और उन्होंने इस कार्य को करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी चुनाव से पहले 15 दिनों तक उन्होंने चम्पावत में डेरा डाले रखा और हर इलाके के कार्यकर्ताओं से बार बार बैठकें कर उनसे वस्तुस्थिती की रिपोर्ट भी ली और आगे कैसे संपर्क बढ़ाना है, इसके निर्देश भी दिए।

विनोद तावडे ने चम्पावत बाजार से लेकर बनबासा और दूर दराज के इलाकों में स्वयं जाकर भी कार्यकर्ताओं के साथ ही स्थानीय जनता से भी कई विषयों पर चर्चा की और लोगों के बीच जब बड़े नेता स्वयं जा रहे हैं तो कार्यकर्ताओं में जोश भरना तो तय ही समझिए।

चम्पावत उपचुनावों में योगी आदित्यनाथ के दौरे ने भी भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाया, ये दौरा कई मायनों में अहम था क्योंकि कार्यकर्ताओं में जान फूंकने के साथ ही योगी आदित्यनाथ पहली बार अपनी माता जी के साथ भी दिखलाई पड़े, जिससे युवाओं को उनकी उत्तराखंडी जड़ों को लेकर भी जानकारी स्पष्ट हुई।

चम्पावत चुनावों में भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, सह प्रभारी रेखा वर्मा सांसद अजय टम्टा, केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट और उत्तराखंड के दोनों पूर्व मुख्यमंत्री भी इस दौरान लगभग हर इलाके में जनता के समक्ष खड़े रहे।

नतीजा ये हुआ कि केंद्रीय नेतृत्व के पास आने से कार्यकर्ताओं ही नहीं, जनता में भी जुड़ाव बढ़ा और ये जुड़ाव कहीं न कहीं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के दिलों में भी घर कर गया। नतीजा आज सबके सामने है, चम्पावत में 93 फीसदी लोगों ने कमल का साथ निभाया है, पीएम मोदी के पसंदीदा युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को विजयी बनाया है।



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