हमारी संस्कृति और सभ्यता की जननी है मां गंगा: श्री महंत रविन्द्र पुरी




नवीन चौहान.
हरिद्वार। गंगोत्री धाम से पशुपतिनाथ नेपाल के लिए निकली कलश यात्रा हरिद्वार में माँ मनसा देवी चरण पादुका स्थल निरंजनी अखाड़ा में कल दिंनाक 9 नवम्बर को सायंकाल 4 बजे पहुचेंगी।

एक दिन रात्रि विश्राम के पश्चात यह कलश यात्रा नेपाल के पशुपति नाथ मन्दिर के लिए रवाना होगी। इस यात्रा के तहत गंगोत्री धाम से लाए गए पवित्र जल को पशुपतिनाथ नेपाल में भगवान भोलेनाथ को अर्पित किया जाएगा। नेपाल के लिए कलश यात्रा रवाना होने से पहले पवित्र अमृत कलश का पूजन किया जायेगा।

यह जानकारी देते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रविन्द्र पुरी ने बताया कि भारत और नेपाल के बीच हमेशा से ही मित्रता पूर्ण संबंध रहा है। यह कलश यात्रा विश्व के कल्याण के साथ-साथ भारत तक भारत एवं नेपाल के मध्य मैत्री संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ करने के लिए परंपरागत रूप से निकाली जाती है। शास्त्रों में वर्णित है की गंगाजल को शिवालय में अर्पित करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है।

माँ गंगा हमारी संस्कृति एवं सभय्ता की जननी है. सम्पूर्ण देश की आर्थिकी का आधार माँ गंगा मैया है. श्री महंत रविन्द्र पुरी ने बताया कि कलशपूजन के उपरांत दिनांक 10 नवम्बर को छठ पूजा के उपरांत बड़ी ही धूमधाम से पवित्र कलश को नेपाल के लिए रवाना किया जायेगा।



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