कुंभ—2021 में तैनात हुए नए पुलिस अधिकारियों को किया तैयार, यह करेंगे काम




नवीन चौहान
कुंभ—2021 के लिए नए पुलिसकर्मियों के साथ अधिकारियों की नियुक्ति हो गई है। उन्हें कुंभ के स्नान से लेकर अन्य व्यवस्थाओं और चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार करना शुरू कर दिया है।
कुंभ मेला के पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मजेय खंडूरी के साथ मेला नियंत्रण भवन के सभागार में प्रथम चरण में आए पुलिस बल की आगामी कुम्भ मेला के सकुशल एवं निर्विघ्न आयोजन के परिपेक्ष्य में गोष्ठी ली। गोष्ठी में उपनिरीक्षक से लेकर अपर पुलिस अधीक्षक स्तर तक के अधिकारी सम्मिलित हुए। गोष्ठी में पुलिस महानिरीक्षक ने प्रथम चरण में आए पुलिस बल का स्वागत किया गया तथा उनके आवास एवं भोजन आदि से सम्बंधित समस्याओं के बारे में जानकारी की गई। इसके बाद उन्होंने सभी पुलिस उपाधीक्षक स्तर के समस्त अधिकारीगण को अपने अपने सेक्टरों में कुंभ मेला पुलिस के व्यवस्थापन से संबंधित कार्यों के निष्पादन के लिए प्रथम चरण में आए निरीक्षक, उपनिरीक्षक एवं आरक्षीगण में से छांटकर अपनी-अपनी टीमें बनाने के लिये निर्देशित किया गया।
पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुम्भ मेला 2021 के द्वारा उपस्थित अधिकारीगण को निम्नवत उपयोगी दिशा निर्देश दिए गए:-
1. मेला क्षेत्र में लगे हुए सीसीटीवी एवं लाउडस्पीकरों के स्थानों की उपयोगिता की जांच करें।
2. मेला क्षेत्र में हुए अतिक्रमण को चिन्हित करना तथा भीड़ नियंत्रण की दृष्टि से जिन स्थानों से अतिक्रमण हटना अतिआवश्यक हो और वो अभी तक नहीं हटे हों तो ऐसे संवेदनशील स्थानो का चिन्हीकरण करना।
3. अखाड़ों के पेशवाई मार्गों का भृमण तथा निरीक्षण करते हुए मार्ग में हुए अतिक्रमण, व्यवधान एवं अन्य बाधाओं के सम्बंध में जानकारी करना।
4. शाही स्नान में अखाड़ों के आने के एवं वापसी के मार्गों का भृमण एवं निरीक्षण करते हुए सुव्यवस्थित, बाधारहित एवं निर्विघ्न शाही स्नान सुनिश्चित करने वाली योजना निर्मित करना।
4. अपने-अपने क्षेत्रों में स्थापित अखाड़ों की छावनियों, निवास स्थलों, मुख्यालयों के सम्बंध में पूरी जानकारी प्राप्त करना तथा अखाड़ों के पदाधिकारियों से उच्चकोटि का समन्वय स्थापित करना।
5. स्थानीय जनपद पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करके मेले के दौरान एक टीम की भांति कार्य करना।
6. कुम्भ मेलों एवं अन्य मेलों के दौरान हुई दुर्घटनाओं और उनके कारकों के सम्बंध में जानकारी प्राप्त कर दुर्घटना की पुनरावृत्ति रोकने की कार्य योजना तैयार करना।
7. मेला क्षेत्र में रहने वाले किराएदारों, नौकरों, निवासरत बाहरी व्यक्तियों के चरित्र सत्यापन किए जाने हेतु गहन सत्यापन अभियान चलाना।
8. अभिसूचना एवं मुखबिर तंत्र को सक्रिय करते हुए आतंकवादी घटनाओं को रोकने एवं किसी भी आतंकवादी तंत्र को ध्वस्त करने के लिए कारगर योजना बनाना।
9. मेले के दौरान भगदड़ संभावित क्षेत्रों का चिन्हिकरण कर सुदृढ कार्ययोजना बनाना।
10. पार्किंग क्षेत्रों का भृमण करते हुए की जाने वाली अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं की जानकारी करना।
11. पूर्व मेलों के अनुभवों के आधार पर होल्डअप्स (चक्रव्यूह) के चयनित स्थलों एवम उनके तैयार किए गए डिजाइनों का मौके पर जाकर निरीक्षण एवं आंकलन करना ताकि मेले के दौरान होल्ड अप्स के संचालन में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो।
12. सामान्य एवं स्नान दिवस के अनुसार अलग अलग वाहन एवं पैदल यातायात व्यवस्था तैयार करना।
13. मेला क्षेत्र के विभिन्न घाटों, वाहन/पैदल मार्गों, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में आवश्यक चेतावनी बोर्डों की जगहों का चिन्हिकरण करना।
14. उपरोक्त कार्यों के कुशल एवम सफल क्रियान्वयन के लिये योजना बनाते समय अनुभवी पुलिस कर्मियों से विचार विमर्श करना।
15. कुम्भ मेला निवास करते एवम ड्यूटी करते समय हरिद्वार की पावन धरा की पवित्रता और सुचिता को ध्यान में रखते हुए उच्चकोटि का आचार विचार व्यवहार और आचरण धारण करना।
16. भविष्य की कोविड 19 की परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए सभी कार्य योजनाओं को तैयार करना।



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