एसएसपी देहरादून का इंसाफ— ना मुकदमा ना तारीख और मिल गया पीड़िता को न्याय





नवीन चौहान
खाकी में इंसान की भूमिका को देहरादून एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर ने चरितार्थ किया है। उन्होंने मानवीय संवेदनाओं का परिचय देते हुए खुशहालपुर की पीड़िता अंजुम का परिवार टूटने से बचाया। पति शौकीन के घर से निकाले जाने के बाद अंजुम दर—दर की ठोकरे खाने को विवश थी। जिसके बाद अंजुम ने एसएसपी से मदद की गुहार लगाई। एसएसपी ने पीड़िता अंजुम की समस्याओं को सुनने के बाद उसकी हरसंभव मदद करने की जिम्मेदारी सहसपुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेश राठौर को दी। नरेश राठौर ने अंजुम और उसके पति शौकीन के बीच आपसी मनमुटाव को दूर कर दो मासूम बच्चों की जिंदगी को सुरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दंपति बेहद खुश है।
देहरादून जनपद के खुशहालपुर निवासी शौकीन का अपनी पत्नी अंजुम से पारिवारिक क्लेश के चलते विवाद होने लगा। एक दिन शौकीन की मां और बहन से अंजुम की पिटाई कर दी। शौकीन ने भी मां के कहने पर अपनी बीबी अंजुम के साथ र्दुव्यवहार किया और उसे घर से निकाल दिया। रोती बिलखती अंजुम खुशहालपुर में ही अपनी बहन के घर पहुंच गई। जहां से उसने एसएसपी देहरादून को फोन किया और मदद की गुहार लगाई। पुलिस ने शौकीन को समझाने का प्रयास किया लेकिन नही मानने पर उसका शांतिभंग में चालान कर दिया। जिसके बाद से अंजुम अपनी बहन के घर ही रह रही थी। अंजुम के दोनों बच्चे बीमार हो गए। लेकिन शौकीन को तरस नही आया। उधर बहन के पति तालिब ने भी अपने घर रखने से इंकार कर दिया। मूल रूप से यूपी के सहारनपुर की रहने वाली अंजुम के पिता नही है। विधवा मां के पास रखने को घर नही है। ऐसी स्थिति में अंजुम अपने दो छोटे—छोटे मासूम बच्चों के साथ सड़क पर दर—दर की ठोकरे खाने को विवश हो गई। आखिरकार अंजुम ने एक बार फिर देहरादून एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर से मदद की गुहार लगाई और अपने घर को टूटने से बचाने की मदद मांगी।
देहरादून एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर से अंजुम की तकलीफ पर तत्काल संज्ञान लिया और सहसपुर थाने की पुलिस को इस मामले में पति—पति के बीच सुलह कराने और हरसंभव कानून संवत निर्णय लेने के निर्देश दिए।
सहसपुर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेश राठौर और महिला उप निरीक्षक रश्मि रावत ने पति शौकीन और अंजुम को थाने बुलाया और दोनों पक्षों के विवाद और मनमुटाव की बातों को गंभीरता से सुना। झगड़े की वजह शौकीन की मां और बहन की कटी जली बाते ही दोनों पति पत्नी के झगड़े की वजह निकली। आखिरकार पुलिस के समझाने पर शौकीन को अपनी पत्नी के प्रति जिम्मेदारी का एहसास हुआ। शौकीन ने पत्नी अंजुम को अपने साथ घर ले जाने पर सहमति दी और अपनी मां और बहन को भी कुछ ना कहने का भरोसा दिया। महिला उप निरीक्षक रश्मि रावत अंजुम को लेकर उसके घर पहुंची और मां बहन को भी अच्छा व्यवहार करने की नसीहत दी। फिलहाल यह परिवार बिखरने से बच गया। पुलिस ने कहा कि एक सप्ताह बाद दोनों दंपति मिलने के लिए थाने आयेंगे और अपनी कुशलता का समाचार देंगे।



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