सोशल मीडिया पर फेक मैसेज, कोरोना से मृत्यु पर आश्रितों को चार लाख का मुआवजा





नवीन चौहान
सोशल मीडिया पर कोरोना से मृत्यु होने पर मृतक आश्रितों को चार लाख का मुआवजा देने का वारयल मैसेज पूरी तरह से फर्जी है। उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग के सचिव एसए मुरुगेशन ने इस मैसेज को फेक करार दिया है। उन्होंने कहा कि मुआवजा देने के मैसेज का वह खंडन करते है।
मीडिया को जारी बयान में उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग के सचिव एसए मुरुगेशन ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक फेक मैसेज प्रसारित किया जा रहा है। जिसमें कहा गया है कि कोविड-19 से मृत्यु होने पर मृतक आश्रित को चार लाख की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाला यह मैसेज पूरी तरह से फेक हैं। राज्य आपदा मोचक निधि और राष्ट्रीय आपदा मोचक निधि के अंतर्गत सहायता हेतु कोविड-19 संक्रमण के दृष्टिगत मृत्यु होने पर मुआवजा दिए जाने संबंधी आवेदन पत्र आपदा प्रबंधन द्वारा निर्गत नहीं किया गया है। इस संदेश का आपदा प्रबंधन विभाग खंडन करता है। भारत सरकार के गृह मंत्रालय राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्रभाग नई दिल्ली की ओर से कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के संबंध में एक पत्र 15 अप्रैल 2021 को जारी किया गया था. पत्र में कोविड-19 संक्रमण से मानव हानि होने पर राहत राशि प्रदान किए जाने का कोई उल्लेख नहीं किया गया है।



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