नवीन चौहान.
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मुलाकात की। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री ने कोरोना काल के अपने पिछले अनुभव वर्तमान मुख्यमंत्री के साथ साझा किये। साथ ही यह भी निर्णय लिया कि वह अपनी विधायक निधि का एक करोड़ रूपया मुख्यमंत्री राहत कोष में देंगे। इस पैसे का इस्तेमाल कोरोना महामारी से लड़ने के लिए किया जा सकेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से मुलाकात कर कोविड संबंधी चर्चा की। उन्होंने मुख्यमंत्री को वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए नीति हेतु सुझाव दिये एवं पिछले वर्ष के अनुभव की बातें की। इस दौरान स्वास्थ्य सचिव और प्रभारी मुख्य सचिव राधा रतूडी भी मौजूद रही। इस दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपनी विधायक निधि से एक करोड़ रूपये मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का निर्णय लिया।
बतादें पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पिछले साल कोरोना से लड़ने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए थे। उनकी दूरदर्शिता की वजह से पिछले साल कोरोना को समय रहते फैलने से रोक दिया गया था। केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अलावा उन्होंने अपने स्तर से भी लोगों के स्वास्थ्य और जीवन को देखते हुए कुछ नियम लागू किये थे। लॉकडाउन के दौरान किसी मजदूर को किसी तरह की परेशानी न हो इसका भी उन्होंने पूरा ध्यान रखा था। कोरोना योद्धाओं की वह लगातार हौसला अफजाई करते रहे थे।