नवीन चौहान.
हरिद्वार में जिला प्रशासन के निर्देश पर अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चल रहा है। शहर के कई इलाकों पर बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण हटाया गया है, लेकिन शहर के मेला अस्पताल के पास हो रहे अतिक्रमण को प्रशासन नहीं हटा सका है। इसे लेकर शहर में तरह तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
मेला अस्पताल के सामने के अतिक्रमण को हटाने में जिला प्रशासन नाकाम साबित हुआ है. जिला प्रशासन की ओर से नोटिस जारी करने के बावजूद अतिक्रमणकारियों ने अपने अतिक्रमण को नहीं हटाया. वहीं दूसरी और जिला प्रशासन के कदम भी इस अअतिक्रमण को हटाने में ठिठक गए.
एसडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट बुलडोजर लेकर मेला अस्पताल के सामने से गुजरे लेकिन अतिक्रमण को ध्वस्त करने का साहस नहीं जुटा पाए. जिसके चलते प्रशासन की टीम पर सवाल खड़ा हो रहा है। लोगों का कहना है कि जब सब जगह अतिक्रमण हटाया जा रहा है तो मेला अस्पताल रोड से क्यों अतिक्रमण नहीं हटाया जा रहा है।
बताते चले कि पीडब्ल्यूडी ने 30 अप्रैल को अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किया था. लेकिन किसी ने अतिक्रमण को नहीं हटाया. ऐसे में सबसे बड़ी जिम्मेदारी अब जिला प्रशासन की है. देखना होगा कि जिला प्रशासन इस स्थल को कब अतिक्रमण मुक्त कराएगा।
लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि अतिक्रमण पर बुलडोज़र चलना….सुनने और देखने में कितना अच्छा लगता है. ना….निस्संदेह अतिक्रमण और अवैध कब्जों पर कार्रवाई होनी चाहिए ….सवाल बस इतना सा है कि जिन अफ़सरों के रहते यह अतिक्रमण और अवैध निर्माण होते हैं उन पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो पाती …..और क्यों इनके लिए सिफारिशें लगाने वाले नेताओं से सवाल तक नहीं पूछे जाते…. दिलचस्प यह कि, गरीब के आशियाने को भी पल भर में ध्वस्त करने वाले दबंगों और सिंघमों को रसूखदार के घर की तरफ़ नज़र उठाकर देखने में भी पसीने छूटने लगते हैं……..