नवीन चौहान
उत्तराखंड के एक डिग्री कॉलेज में नकल रोकने का खामियाजा एक रजिस्ट्रार को भुगतना पड़ रहा हैं। कॉलेज के प्रधानाचार्य की ओर से रजिस्ट्रार के खिलाफ गंभीर आरोपों की तहरीर दी गई है। पुलिस इस प्रकरण में जांच कर रही है। हालांकि पूरा मामला एक डिग्री कॉलेज में नकल पकड़े जाने के बाद सेंटर बदलने को लेकर हुआ।
श्री देव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के हरिद्वार के लंढौरा स्थित हिमगिरी महावविद्यालय में बीकॉम एवं बीएससी कृषि की सेमेस्टर परीक्षा चल रही थी। केंद्र पर दो कमरों में परीक्षा चल रही थी। आठ जनवरी की सुबह पहली पाली की परीक्षा के दौरान विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ दीपक भट्ट और असिस्टेंट रजिस्ट्रार वित्त विमल कुमार मिश्रा ने महाविद्यालय के परीक्षा केंद्र पर छापा मारा। बकौल डॉ दीपक भट्ट परीक्षा केंद्रों में सभी बच्चे नकल सामग्री लेकर परीक्षा दे रहे थे। ऐसा देख उन्होंने महाविद्यालय के प्रधानाचार्य को कड़ी फटकार लगाई। इसी के साथ सभी की कापी ले ली। रजिस्ट्रार डॉ दीपक भट्ट ने बताया कि परीक्षा केंद्र को बदलकर चमन लाल डिग्री कॉलेज में कर दिया गया। रजिस्ट्रार की इस कार्रवाई से महाविद्यालय के लोग खासे नाराज दिखाई दिए। इस घटना के बाद मामले में नया मोड तब आया जब महाविद्यालय के प्रधानाचार्य ने मंगलौर कोतवाली में 14 जनवरी को रजिस्ट्रार के खिलाफ तहरीर दी। तहरीर में आरोप लगाया कि रजिस्ट्रार डॉ दीपक भट्ट अपने एक सहकर्मी के साथ परीक्षा केंद्र पर पहुंचे। कॉलेज में किसी छात्र-छात्रा के पास कोई नकल सामग्री नहीं मिली। जिसके बाद रजिस्ट्रार व सहकर्मी ने कक्ष निरीक्षिका श्रीमती अंजू शर्मा एवं लक्ष्मी को अभद्र भाषा में बात की। और एक छात्रा की टेबल पर पठन सामग्री रखते हुए फोटो खीचे। जिसके बाद सेंटर को बरकरार रखने की एवज में पैंसों की मांग की गई। इस तहरीर पर पुलिस जांच कर रही है। वही रजिस्ट्रार डॉ दीपक भट्ट ने महाविद्यालय प्रबंधक के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। बताया कि उन्होंने केंद्र से नकल रोकने के लिए छापा मारा था। इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है। वह नकल विहीन परीक्षा कराने के लिये कृत संकल्प है।एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने बताया कि डिग्री कॉलेज की तहरीर पर जांच की जा रही है।