नवीन चौहान.
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तेजी से पैर पसारते दिख रही है। कोरोना संक्रमण की चपेट में प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भी आ गए हैं। उनके अलावा हरिद्वार में कई संत और महंत भी कोरोना संक्रमण का शिकार हुए हैं। सोमवार को जारी हेल्थ बुलटिन के अनुसार पिछले 24 घंटे में हरिद्वार में कोरोना के 53 नए मरीज सामने आए।
कोरोना संक्रमित नए मरीजों की संख्या बढ़ने से जिला प्रशासन की चिंता बढ़ती जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में पिछले 24 घंटे में 53 नए मरीज सामने आए। सोमवार को 6484 लोगों के सैंपल लिए गए। जिले में अभी तक 13800 कोरोना पॉजिटिव केस मिल चुके हैं। इस समय जिले में 140 कोरोना एक्टिव केस हैं, इनमें से 119 होम क्वारेंटाइन में है। सोमवार को तीन मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें डिस्चार्ज किया गया।
कुंभ जैसे जैसे नजदीक आ रहा है वैसे ही कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में चिंता इस बात की है यदि कुंभ के दौरान संक्रमण की दूसरी लहर फैली तो इसे संभालना मुश्किल हो जाएगा। कुंभ में दूसरे प्रदेशों के यात्री भी बढ़ी संख्या में आएंगे, ऐसे में यदि यहां संक्रमण फैला तो उसका असर दूसरे प्रदेशों में भी देखने को मिलेगा।
हालांकि सोमवार को अपर मेलाधिकारी ने अधिकारियों और जिम्मेदार व्यापारी नेताओं और संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की बात कही। अपर मेलाधिकारी का कहना है कि कोरोना गाइड लाइन का शत प्रतिशत पालन कराया जाएगा, इसके लिए हरिद्वार के होटल और धर्मशालाओं में भी कोरोना गाइड लाइन का पालन करना होगा। होटल धर्मशालाओं में सैनेटाइजेशन की उचित व्यवस्था होनी चाहिए, सोशल डिस्टेंसिंग और मॉस्क का इस्तेमाल अनिवार्य होगा। मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों में भी बिना मॉस्क के प्रवेश न देने की बात कही जा रही है।
अब देखना यही है कि जिस तरह से कोरोना संक्रमण की लहर बढ़ रही है उसके चलते कुंभ मेले पर तो इसका कुछ असर नहीं होगा। ऐसे में क्या सरकार फिर से कोरोना टेस्ट की अनिवार्यता
और आनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था करेंगी। जिस तरह से कोरोना संक्रमण के नए मरीज सामने आ रहे हैं उसके चलते कुछ न कुछ कड़े कदम सरकार को उठाने ही होंगे।