नवीन चौहान
अपने मंसूबों को पूरा करने की खातिर भाजपा और कांग्रेस पर प्रेशर पॉलीटिक्स करने वाले हरक सिंह रावत को हरीश रावत ने बूस्टर डोज दी है। जिसके बाद हरक सिंह रावत की आंखों से आंसू गिरने लगे है। भाजपा और कांग्रेस की सरकारों को असहज करने का खिताब अर्जित कर चुके हरक सिंह रावत पर हरीश रावत और त्रिवेंद्र सिंह रावत की कुर्सी खिसकाने का कीर्तिमान भी उन्हीें के नाम पर है।
अपनी ही पार्टी भाजपा की सरकार में केबिनेट मंत्री बनकर तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सामने कई बार अड़चने पैदा की। कांग्रेस की हरीश रावत सरकार की तो खूब किरकिरी कराई। कांग्रेस के एक दर्जन विधायकों को लेकर भाजपा की गोदी में बैठ गए। लेकिन साल 2022 में हरक सिंह रावत के लिए कुछ अच्छा नही रहा। भाजपा ने चुनाव से पूर्व उनको निष्कासित कर दिया। हरक सिंह रावत की स्थिति आसमान से गिरे और खजूर पर अटके वाली हो गई। भाजपा ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया तो कांग्रेस में हरीश रावत नो एंट्री का बोर्ड लगाकर बैठ गए। ऐसे में हरक सिंह रावत की अगली रणनीति पर सभी की निगाहे जमी है। वैसे भी हरक सिंह रावत पर मौकापरस्त होने का टैग लग चुका है। हरक को लगी हरदा की बूस्टर डोज क्या असर दिखायेगी। इस पर सभी की निगाहे जमी है।