नवीन चौहान
नवयुवकों की पहली पसंद जिम बन गई हैं। जिम करने वाले अधिकांश युवक सप्लीमेंट का उपयोग कर रहे हैं। लेकिन जानकर हैरानी होगी कि बाजार में ब्रांडेड के नाम पर नकली सप्लीमेंट की सप्लाई हो रही है। यह खुलासा मुजफ्फरनगर पुलिस ने एक बड़ी फैक्ट्री पकड़ी है।
बाजार में नकली बॉडी बिल्डिंग सप्लीमेंट बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने 3 आरोपियों के साथ अलग—अलग कंपनियों के भारी मात्रा में प्रोटीन बरामद किए है। मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक यादव ने खुलासा करते हुए बताया कि नकली सप्लीमेंट की बाजार में कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपये है। पुलिस ने विभिन्न कंपनियों के नाम के नकली प्रोटीन से भरे हुए डिब्बे, टेबलेट, नकली रैपर, प्रोटीन बनाने में उपयोग हो रहे उपकरण बरामद किए है।
नकली रेपर इन कंपनियों के मिले
ब्रांडेड विदेशी कंपनियों में आॅन, अल्टीमेट, यूनिवर्सल आदि के नाम पर पेकिंग किए जाने के रैपर मिले। इन्हें तैयार करने में एक किलो में 150 रुपये का खर्चा आता था, जिसे ब्रांडेड के नाम पर 2000 से लेकर 6000 रुपये तक बेचा जाता है।
प्रसिद्ध ब्रांडेड कंपनियों के नकली उत्पाद बनाकर न केवल धोखाधड़ी की जा रही है, बल्कि मासूम नौजवानों के जीवन व सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है। जिसका सेवन उनके शरीर को खोखला करता है एवं मृत्यु का खतरा भी उत्पन्न करता है। इस पूरी प्रक्रिया में काब्रोहाईड्रेटस से नकली प्रोटीन तैयार कर ब्रांडेड प्रोटीन के नाम से बेचकर लोगों के साथ धोखाधड़ी व स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ की जा रही थी।
मुजफफरनगर से कई राज्यों में इन नकली उत्पादों की सप्लाई की जा रही थी। जिसमें हरिद्वार, रुड़की, लक्सर आदि में भी किए जाने का मामला सामने आया।
ये है पकड़े गए आरोपी
— जुबैर आलम पुत्र नफीस निवासी सरवठ गेट सुपर मार्केट थाना सिविल लाइंस।
— मौ अरसी पुत्र मौ मशकूर निवासी दक्षिणी खालापार।
— आमिल पुत्र नूर हसन निवासी ग्राम कूकड़ा।
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करीब 1.5 करोड़ का सामान हुआ बरामद
— विभिन्न कंपनियों के नकली प्रोटीन रैपर संख्या— 142261
— नकली प्रोटीन से भरे डिब्बे — 572
— विभिन्न कंपनियों के नकली प्रोटीन के खाली डिब्बे — 9500
— माल्टा काब्रोहाईड्रेटस के 28 बोरे
— डेक्सोना व सिप्लटिन की टेबलेट्स व नकली प्रोटीन बनाने में उपयोग होने वाले अन्य सामान ।