नवीन चौहान.
यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के विरोध में 16 व 17 दिसंबर को बैंक कर्मचारी देशव्यापी हड़ताल की।
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के प्रदेश संयोजक आर. के सक्सेना, ऑल इंडिया यूनियन बैंक ऑफिसरस फेडरेशन की ओर से शोभित शर्मा डिप्टी सेक्रेटरी उत्तराखंड व राहुल खुराना ज्वाइंट सेक्रेट्री (युफबओ)ने बताया कि इस हड़ताल में सार्वजनिक क्षेत्र की सभी शाखाओं में कार्यरत सभी अधिकारी व कर्मचारी शामिल रहे।
हड़ताल में शामिल सभी कर्मचारीयों व अधिकारियों ने 16 दिसंबर हरिद्वार में भारत सरकार की आर्थिक नीतियों के विरुद्ध व्यापक प्रदर्शन व रोष व्यक्त किया व 17 दिसंबर को भारी संख्या में एकत्रित होकर बड़ी रैली के रूप में भारत सरकार की आर्थिक नीतियों के विरुद्ध इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाए।
इस अवसर पर सक्सेना जी ने इस अवसर पर कहा अगर भारत सरकार यह निजी करण बिल वापस नहीं लेती तो भविष्य में बैंक यूनियन को अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने पर मजबूर होना पड़ेगा।
शोभित शर्मा ने पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के शब्दों को दोहराया और कहां निजीकरण नहीं बैंकों पर सरकारी आदेश का बोझ कम करें।