मरीज की सेवा ही चिकित्सक का पहला धर्म: डाॅ. पूनम गंभीर




हरिद्वार। मरीज की सेवा ही चिकित्सक का पहला धर्म है। इसी ध्येय से पहाड़ की खूबसूरत वादियों की तलहटी में बसे र्दुगम क्षेत्र किमसार गांव में हरिद्वार की जानी मानी आयुर्वेदिक चिकित्सक डाॅ. पूनम गंभीर ने नये साल की शुरुआत निःशुल्क मेडिकल कैंप लगाकर की है। कैंप में आयुर्वेदिक चिकित्सक डाॅ. पूनम गंभीर ने ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनकों निःशुल्क दवाईयां वितरित की। गांव में मेडिकल कैंप लगाने पर गांव की प्रधान अन्नु और ग्रामीणों ने चिकित्सकों की टीम को आशीष दिया।
यमकेश्वर ब्लाक की तहसील किमसार एक पहाड़ की तलहटी में खूबसूरत क्षेत्र है। दुर्गम पहाड़ी के आसपास करीब तीस सौ लोगों की आबादी का तल्ला बनास और मल्ला बनास गांव है। इन गांव में एक ही सरकारी अस्पताल है। जिसमें एक एमबीबीएस चिकित्सक और एक फार्मेसिस्ट की तैनाती है। जबकि इन गांव के लोगों को दवाईयों के लिये हरिद्वार और ऋषिकेश की ओर ही रुख करना पड़ता है। हरिद्वार की प्रसिद्व आयुर्वेदिक चिकित्सक और वैदिक काया फाउंडेशन की संस्थापिका अध्यक्ष डाॅ. पूनम गंभीर को इन ग्रामीणों से बेहद खास लगाव है। इसी के चलते वह नियमित तौर पर इन ग्रामीणों के स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिये मेडिकल कैंप का आयोजन करती रहती है। साल 2017 की शुरुआत भी डाॅ. पूनम गंभीर ने इस ग्रामीणों के स्वास्थ्य परीक्षण के साथ की। उन्होंने गांव के लोगों को पूर्व में सूचना देकर गांव प्रधान अन्नु की मदद से मंदिर परिसर में मेडिकल कैंप का आयोजन किय। जहां ग्रामीणों की बीमारियों को देखते हुये दवाईयां दी गई। इस दौरान कैंप में करीब 137 मरीजों का परीक्षण किया गया। मेडिकल कैंप का सहयोग करने वालों में आनंदम हास्पिटल के चिकित्सक डाॅ. खालिद और कई अन्य लोग मौजूद रहे। डाॅ. पूनम गंभीर ने बताया कि चिकित्सक का पहला धर्म मरीजों की सेवा करना होता है। इसी के चलते वह पहाड़ के दुगर्म इलाकों में मेडिकल कैंप लगाकर ग्रामीणों की सेवा करती है।



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