लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बृहस्पतिवार से बिजली महंगी हो गई है। उत्तर प्रदेश में बिजली की नई दरें बृहस्पतिवार से लागू हो जाएंगी। राज्य विद्युत नियामक आयोग ने सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं की बिजली दरों में औसतन 12 फीसदी तक इजाफा किया है। शहरी घरेलू उपभोक्ताओं को अब फिक्स चार्ज के रूप में 10 रुपये प्रति किलोवाट देना होगा जबकि बिजली के लिए 50-60 पैसे प्रति यूनिट ज्यादा भुगतान करना पड़ेगा।
- यही नहीं अनमीटर्ड ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं की दरों में 25 फीसदी की वृद्धि की गई है। बिजली की दरों में वृद्धि होने से किसानों, कॉमर्शियल व औद्योगिक उपभोक्ताओं की जेब पर बोझ बढ़ जाएगा। हालांकि 4.28 फीसदी रेगुलेटरी सरचार्ज खत्म होने से उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत भी मिलेगी।
- बतादें राज्य विद्युत नियामक आयोग ने 3 सितंबर को 2019-20 की बिजली दरों का एलान किया था। जिसके बाद पावर कॉर्पोरेशन की ओर से 5 सितंबर को नई दरों का सार्वजनिक प्रकाशन कराया गया था।
- बिजली की बढ़ी दरों का पूरे प्रदेश में विरोध किया जा रहा है। सपा और कांग्रेस ने प्रदर्शन कर बिजली की बढ़ी दरों को वापस लेने की मांग की थी।
- भाकियू ने भी अपने प्रदर्शन के दौरान बिजली की बढ़ी दरों को वापस लेने की मांग की थी। इसके अलावा कई अन्य संगठनों और व्यापारियों ने भी बिजली की बढ़ी दरों से उपभोक्ता पर बोझ बढ़ने की बात कहते हुए इसे वापस लेने की मांग की थी।