ब्रह्मलीन डा.स्वामी श्यामसुंदरदास शास्त्री संत समाज के प्रेरणा स्रोत थे-स्वामी हरिचेतनानंद




नवीन चौहान
श्री साधु गरीबदासी सेवाश्रम ट्रस्ट में आयोजित गरीबदास अमृतमय वाणी पाठ प्रकाश के दूसरे दिन संतों ने ब्रह्मलीन म.म.डा.स्वामी श्यामसुंदरदास शास्त्री महाराज को श्रद्धासुमन अर्पित किए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए म.म.स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महामण्डलेश्वर डा.स्वामी श्यामसुंदरदास शास्त्री महाराज संत समाज के प्रेरणा स्रोत थे। जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन समाजसेवा के लिए निस्वार्थ भाव से समर्पित किया। भारतीय संस्कृति के त्यागपूर्ण आदर्श जीवन को आत्मसात करने वाले वह केवल महान आत्मा ही नहीं बल्कि संपूर्ण संस्था थे। जो अपने विद्वता पूर्ण शैली के माध्यम से सदैव समाज का मार्गदर्शन करते रहे।
म.म.स्वामी महादेव महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन डा.स्वामी श्यामसुंदरदास शास्त्री महाराज व्याकरण, साहित्य, वेदांत, आयुर्वेद एवं भारतीय दर्शन के ख्याति प्राप्त विद्वान थे। जो विद्वता के साथ सरलता, नम्रता एवं सहिष्णुता की साक्षात प्रतिमूर्ति थे। भारतीय वैदिक सनातन धर्म का प्रचार, संस्कृत, संस्कृति की उन्नति एवं समाजसेवा ही उनके जीवन का मुख्य उद्देश्य था। ऐसे महापुरूष को संत समाज नमन करता है। जिनकी की कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकता।
स्वामी हरिहरानंद महाराज ने कहा कि पूज्य गुरूदेव डा.स्वामी श्यामसुंदरदास शास्त्री महाराज सिद्ध महापुरूष थे। गौ व गंगा के प्रति उनका समर्पण एवं धर्म के संवर्द्धन व संरक्षण में उनके अहम योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। पूज्य गुरूदेव ने गंगा तट से सेवा के अनेकों प्रकल्प प्रारम्भ कर निस्वार्थ भाव से अपना जीवन समाज सेवा में समर्पित किया। युवा संतों को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर सनातन परंपराओं का निर्वहन करना चाहिए।
भागवताचार्य स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज एवं स्वामी दिनेश दास महाराज ने कहा कि पूज्य गुरूदेव म.म.डा.स्वामी श्यामसुंदरदास शास्त्री संत समाज का गौरव थे। भारतीय संस्कृति के त्यागपूर्ण आदर्श जीवन को आत्मसात करने वाले एक युग पुरूष थे। जिन्होंने सदैव गरीब, असहाय, निर्धन लोगों की सहायता करन समाज में समरसता का संदेश दिया। पूज्य गुरूदेव के बताए मार्ग का अनुसरण करते हुए उनके अधूरे कार्यो को पूर्ण किया जाएगा।
इस अवसर पर समाजसेवी डा.संजय वर्मा ने बताया कि आगामी शुक्रवार को गरीबदासीय साधु महापरिषद, षड़दर्शन साधु समाज व सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूषों के सानिध्य में पूज्य गुरूदेव का श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया जाएगा। जिसमें कई समाजसेवी संस्थाएं एवं राजनैतिक दलों के लोग शामिल होंगे। कार्यक्रम में मनोज महंत, स्वामी महिमानंद, भक्त दुर्गादास, स्वामी ललितानन्द गिरी, महंत श्यामप्रकाश, महंत विनोद महाराज, स्वामी गंगादास उदासीन, स्वामी जगदीशानंद, स्वामी चिदविलासानंद, महंत मोहन सिह, महंत तीरथ सिंह आदि सहित कई संत महंत उपस्थित रहे।



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