नवीन चौहान, हरिद्वार। शिक्षा का मंदिर स्कूल अनुशासन के लिये जाना पहचाना जाता है। विद्यार्थियों को स्कूल से सबसे पहली शिक्षा अनुशासन की ही दी जाती है। लेकिन यदि स्कूल के प्रधानाचार्य और मास्टर ही गैर जिम्मेदार हो तो स्कूलों के अनुशासन पर सिस्टम की पोल खुलना लाजिमी है। ऐसा ही लापरवाही का नजारा एसपी सिटी मैडम की क्लास में देखने को मिला। जहां हरिद्वार के तमाम स्कूलों के प्रबंधक, प्रधानाचार्य और हेड मास्टर को स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बुलाया गया था। इस क्लास में कई प्रधानाचार्य बंक मार गये। कुछ स्कूलों के प्रबंधक और प्रधानाचार्य लेट लतीफी के कारण पहचाने गये तो कुछ गैर हाजिर होने के कारण फेल हो गये। जबकि कुछ प्रधानाचार्यो ने निर्धारित समय से पूर्व पहुंचकर अपने स्कूल के अनुशासन की सीख भी दे गये। स्कूलों प्रशासन की ये बैठक सीसीआर में आयोजित की गई।
एसएसपी कृष्ण कुमार वीके के निर्देशन पर एसपी सिटी ममता वोहरा ने जनपद के तमाम निजी और सरकारी स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिये बैठक आयोजित की गई। शनिवार की सुबह 11 बजे सीसीआर में सभी स्कूल प्रबंधकों, प्रधानाचार्य, हेड मास्टर को आमंत्रित किया गया। एसपी सिटी ममता वोहरा निर्धारित समय पर सीसीआर में बैठक कक्ष में पहुंच गई। एसपी सिटी मैडम ने देखा कि हरिद्वार के डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य केसी पुरोहित, डीपीएस दौलतपुर के प्रधानाचार्य समेत कुल 85 स्कूलों के प्रधानाचार्य और हेड मास्टरों ने ही बैठक में पहुंचे। जबकि कुछ स्कूलों के प्रधानाचार्य बैठक के बीच में ही आते रहे। कुछ प्रधानाचार्य बैठक की समाप्ति के बाद पहुंचे। इस दौरान एसपी सिटी मैडम ममता वोहरा स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था का ज्ञान बांट चुकी थी। प्रधानाचार्य की इस लेट लतीफी को देख वह खुद की हंसी भी नहीं रोक पाई। बैठक समाप्त होने के बाद एसपी सिटी ममता वोहरा ने स्कूलों के प्रधानाचार्यो को लेट लतीफी और गैर जिम्मेदारान रवैये को लेकर अनुशासन की सीख दे ही डाली। पुलिस प्रशासन की बैठक में सरकारी स्कूलों की पोल भी खुल गई। सीसीटीवी लगवाने पर सरकारी स्कूलों ने बजट का रोना रो दिया।
पुलिस की पहल पर स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था होगी चाक चौबंद
हरिद्वार। जनपद के स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था दुरस्त करने के लिये पुलिस महकमे ने कमर कस ली है। स्कूलों के मेन गेट पर सीसीटीवी, वाश रुम के बाहर महिला सुरक्षाकर्मी की तैनाती और बसों में सीसीटीवी के साथ महिला अटेंडेंट की तैनाती करने की जिम्मेदारी एसपी सिटी ममता वोहरा ने स्कूल प्रबंधकों और प्रधानाचार्य को दी है। इसके अलावा स्कूलों में आयोजित होने वाली पीटीएम में भी महिला पुलिस की टीम स्कूलों में जायेगी। वह पैरेंट और शिक्षकों को सुरक्षा के लिये अलर्ट करेंगी।
एसपी सिटी ममता वोहरा ने सीसीआर में आयोजित जनपद के तमाम स्कूलों के प्रधानाचार्य, प्रबंधकों व हेड मास्टरों के साथ की समन्वय बैठक में कई सुझाव रखे है। एसपी सिटी ममता वोहरा ने कहा कि रायन पब्लिक स्कूल की घटना से सबक लेते हुये हरिद्वार जनपद के सभी स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाना होगा। इस घटना की पुनरावृत्ति हरिद्वार में नहीं होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि स्कूलों में कार्यरत स्थायी और अस्थायी कर्मचाारियों का सत्यापन होना चाहिये। स्कूल की ट्रांसपोर्ट में सफर करने वाले बच्चों के लिये बस में एक महिला अटेंडेंट की नियुक्ति की जानी चाहिये। बस में घर जाने वाले सभी बच्चों के पेरेंटस का मोबाइल नंबर बस में मौजूद अटेंडेंट के पास होना चाहिये। स्कूल में लड़का और लड़की के लिये अलग-अलग वाशरुम होने चाहिये। इन वाशरुम के बाहर महिला गार्ड की तैनाती की जानी चाहिये। इस सबके अलावा नियमित तौर पर पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया जायेगा। बैठक में जनपद के 85 स्कूलों की उपस्थिति दर्ज की गई। बाकी गैर हाजिर रहने वाले स्कूलों को सूचना दी जा रही है। इसके बाद भी लापवाही सामने आयेगी को उनके खिलाफ पुलिस की ओर एक्शन लिया जायेगा।
सरकारी स्कूलों में सीसीटीवी के लिये नहीं बजट
जनपद के सरकारी स्कूल भगवान भरोसे ही चल रहे है। इस बात का खुलासा एसपी सिटी ममता वोहरा की बैठक में स्कूलों के हेड मास्टरों ने किया। सरकारी स्कूलों की हालत दयनीय है। स्कूलों में वाशरुम से लेकर सीसीटीवी की कोई व्यवस्था नहीं है। सीसीटीवी लगवाने के लिये कोई बजट नहीं है। शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों की हालत को सुधारने के लिये उदासीन बना हुआ है।