वाराणसी: पीएम नरेंद्र मोदी ने काशी हिंदू यूनिवर्सिटी बीएचयू में गुरुवार 22 दिसम्बर को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बिना चुटकी ली और कहा कि एक युवा नेता हैं जो आजकल बोलना सीख रहे हैं। उनका कहना है कि यदि वो बोलेंगे तो भूकंप आ जाएगा। वो बोले भूकंप नहीं आया अच्छा हुआ। साल 2009 से 2014 तक तो पता ही नहींं था कि पैकेट में क्या है लेकिन अब पता चल गया है पैकेट कैसा है । मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि अब वो बोलने लगे हैं। लेकिन उनके बोलने से किसी तरह का भूकंप नहीं आया। अच्छा हुआ देश एक भूकंप झेलने से बच गया। जब संसद का सत्र चल रहा था तो राहुल गांधी ने कहा था कि उनके पास पीएम मोदी के खिलाफ ऐसे सबूत हैं जिसे वो पेश करेंगे तो भूकंप आ जाएगा।
गुरुवार को बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में पीएम ने कहा, राहुल कहते हैं कि देश में 60 फीसदी अनपढ़ हैं और मोदी उन्हें ऑनलाइन बैंकिंग सिखा रहे हैं। क्या इन्हें मैने अनपढ़ बनाया? ये रिपोर्ट कार्ड किसका है? पीएम मोदी ने कहा कि कालाधन के साथ कालामन भी खुल रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग विरोध में संतुलन खो देते हैं। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर भी निशाना साधा-वह बड़े अर्थशास्त्री हैं।
सन-72 के बाद से हर महत्वपूर्ण कमेटी के सदस्य रहे हैं। इतने कुशल अर्थशास्त्री कि खुद बचते गये। नरेन्द्र मोदी ने पूर्व पीएम के हवाले कहा कि गांवों में 50 फीसदी लोग गरीब हैं। वह ऑनलाइन पेमेंट के लिए टेक्नोलॉजी का प्रयोग कैसे करेंगे? मनमोहन सिंह अपना रिपोर्ट कार्ड दे रहे हैं कि मेरा? 50 फीसदी गरीबी किसकी विरासत है?
पीएम ने पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम को भी आड़े हाथों लिया-चिदंबरम कहते हैं कि हमारे देश में 50 फीसदी गांव में बिजली नहीं है तो कैशलेस कैसे होगा? भाई, मैने खंभा उखाड़ा है क्या, क्या तार काटी है। 2014 तक तो आप विकास का ढिंढोरा पीट रहे थे, अब खुद ही सच्चाई बता रहे हैं। पीएम यही नहीं रुके। उन्होंने नोटबंदी के विरोधियों की तुलना घुसपैठ समर्थकों से की। पीएम ने कहा कि पाक को जब घुसपैठिये भारत में भेजने होते हैं तो उनके जवान कवर फायर करते हैं। आपने संसद में देखा होगा कि संसद में भी कवर फायर हो रहा था? यह हो-हल्ला किसके लिए है? बेईमानों को बचाने के लिए, उन्हें रास्ता दिखाने के लिए नई तरकीब निकाली है।