मोतियाबिन्द नेत्र रोग चिकित्सा शिविर में एक हजार से अधिक रोगियों का ​इलाज




सोनी चौहान
परमार्थ निकेतन आश्रम द्वारा संचालित स्वामी शुकदेवानन्द धर्मार्थ चिकित्सालय में 20 नवम्बर से 30 नवम्बर तक चलने वाले 11 दिवसीय मोतियाबिन्द नेत्र रोग चिकित्सा शिविर में अब तक एक हजार से अधिक रोगियों ने पंजीकरण करवाया है तथा चिकित्सकों ने अब तक 300 से अधिक मोतियाबिन्द के सफल आपरेशन किये। रोगियों और उनके साथ आये सहयोगी के लिये परमार्थ निकेतन में रात्रि विश्राम और भोजन की व्यवस्थायें है।
परमार्थ निकेेतन द्वारा विगत 17 वर्षो से मोतियाबिन्द आपरेशन शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसमें त्रषिकेश, हरिद्वार, रूड़की, मेरठ, बागपत, मुज़फ्फर नगर, पौेैड़ी, नैनीताल चकराता आदि अनेेेक स्थानों से लोग आते है।


नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ पूर्णिमा राय ने बताया कि हमारा उद्देश्य पीड़ित मानवता की सेवा करना है। भारत में प्रतिवर्ष 20 लाख से अधिक मोतियाबिन्द के नये रोगी बढ़ जाते है तथा 62Û2 लोग मोतियाबिन्द के कारण नेत्रहीन हो जाते है। उन्होने बताया कि हमारी टीम अत्याधुनिक तकनीक से मोतियाबिन्द का आपरेशन करती है। मोतियाबिन्द के कारण पहले दृष्टि प्रभावित होती है, दोहरी दृष्टि दिखायी देने लगती है, धंधलापन, रात को कम दिखायी देना जैसे लक्षण होने पर तुरन्त आंखों की चिकित्सा करानी चाहिये। मोतियाबिन्द उम्र बढ़ने के साथ, डायबिटीज, धुम्रपान, रक्तचाप के कारणों से भी होता है इसकी रोकथाम के लिये चालीस वर्ष की उम्र होने के पश्चात नियमित रूप से आंखों की जांच करते रहना चाहिये।


रमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वतीे ने कहा, ’नर सेवा ही नारायण सेवा है और मानव सेवा ही माधव सेवा है। स्वामी जी ने कहा कि सभी को अपना समझते हुये सेवा करे। हमेशा इस बात का ख्याल रखे कि जैसे अपने को दर्द होता है वैसे दूसरों को भी होता होगा अतः कोई भी कार्य ऐसा न करे जिससे दूसरों को दुःख पहुंचे। उन्होने कहा कि यही है पुण्य यही है पूजा, करे सेवा सबकी नहीं कोई दूजा।
स्वामी जी ने कहा कि समाज के पीड़ित, अभावग्रस्त और जरूरतमंद लोगों को सहायत प्रदान करना, उन्हे आदर देना और उनका सम्मान करना ही सच्ची सेवा है।


परमार्थ निकेतन धर्मार्थ चिकित्सालय के चिकित्सक डॉ रवि कौशल ने बताया की शिविर में रोगियों को निःशुल्क चश्में, दवाईयाँ, मोतियाबिन्द आपरेशन के समय रहने की सुविधा एवं भोजन प्रदान किया जा रहा है। लेंस भी निःशुल्क लगाये जा रहे है। साथ ही अन्य सुविधायें भी प्रदान की जा रही है। मोतियाबिन्द कैम्प और चार दिनों तक चलेगा उन्होने कहा कि अधिक संख्या में आकर चिकित्सा सुविधाओं का लाभ ले और स्वस्थ रहे।
नेत्र चिकित्सा शिविर में डाॅ पूर्णिमा राय, डाॅ विवेक जैन, डाॅ आइरिना कनास्कर, डाॅ लीलाई, डाॅ मिलिन्द भिडे, डाॅ बिन्नी सन्धू, डाॅ सीमा अरोड़ा, डाॅ मीना लक्ष्मीपति, डाॅ ग्रेग नताले और अन्य पैरामेडिकल टीम द्वारा उत्कृष्ट सेवायें प्रदान कर रही है।



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