हार्ट अटैक से भी खतरनाक साइलेंट हार्ट अटैक,ले सकता है आपकी जान, जानिए बचने के उपाय




नवीन चौहान
हार्ट अटैक से ज्यादा खतरनाक साइलेंट अटैक होता है। अगर किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आने वाला हो तो कैसे पता चलेगा? उसके सीने में तेज दर्द होगा, आप खांसेंगे और फिर जमीन पर गिर जाएंगे। ऐसा आपने हिंदी फिल्मों में तो देखा होगा। लेकिन जरूरी नहीं है कि हार्ट अटैक हमेशा किसी निशानी के साथ आए और जोर से सीने में दर्द उठे। कई बार बिना किसी लक्षण के साइलेट हार्ट अटैक आता है। इसलिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप समय-समय पर अपना चेकअप कराते रहें। डायबीटीज, हाइपरटेंशन और मोटापे के शिकार लोगों में हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता है।
सामान्य तौर पर लोगों का मानना है कि हार्ट अटैक आएगा तो उनके सीने में तेज दर्द होगा और उन्हें पता चल जाएगा। लेकिन कई बार हार्ट अटैक बिना किसी लक्षण के अचानक तेजी से आ जाता है। इसे साइलेंट हार्ट अटैक कहते हैं। हालांकि, इसके पहले आपके इसके भी कई लक्षण दिखाई पड़ने लगते हैं। लेकिन आदमी अपने काम की व्यस्तताओं के चलते इन पर ध्यान नही दे पाता है। अगर सही समय पर शारीरिक दर्द पर ध्यान देकर आप समय पर अपना इलाज करा सकते हैं तो जिंदगी को सुरक्षित बचा सकते है।
सीने में दबाव
अगर आपकी आर्टरी में ब्लॉकेज है तो आप सीने में दबाव महसूस करेंगे। सीने में दर्द या प्रेशर महसूस हो सकता है। अगर ऐसा कोई लक्षण है तो आपके लिए चिंता की बात है।
बांह में दर्द
सीने में तेज दर्द उठना और धीरे-धीरे पूरे बांह में दर्द फैलना हार्ट अटैक का लक्षण है। हालांकि, कई बार सीने में दर्द न होकर सिर्फ बांह में दर्द होता है।
अचानक कमजोरी
अगर आपको अचानक चक्कर आने लगे या आप इतनी कमजोरी महसूस करें कि ठीक से खड़े भी न हो पा रहे हों तो तुरंत आसपास के लोगों को सूचित करें और डॉक्टर को बुलाएं।
जबड़े में दर्द
अकसर, जबड़े में या गले में ठंड और सेंसिटिविटी के कारण दर्द उठता है। लेकिन अगर सीने के बीच में दर्द हो और बढ़ता हुआ जबड़े तक पहुंच जाए तो यह हार्ट अटैक का लक्षण है।
पैरों और एड़ियों में सूजन
अगर आपके पैरों में सूजन है तो इसका मतलब है कि हार्ट ठीक से ब्लड को पंप नहीं कर पा रहा है। हार्ट फेलिअर से पहले किडनी भी कमजोर होने लगती है जिसकी वजह से पैरों में सूजन होती है। इस लक्षण को बिल्कुल नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से मिलें।
उत्तराखंड के प्रसिद्ध कार्डियोलोजिस्ट वर्तमान में जौलीग्रांट हॉस्पिटल में कार्यरत डॉ अनुराग रावत ने बताया कि सर्दी हो या गर्मी मौसम ऋतु परिवर्तन के दौरान दिल का ख्याल रखना बेहद जरूरी है। दिल का चैकअप समय—समय पर कराते रहे। इसके अलावा धूम्रपान और तली भुनी खाने की वस्तुओं से परहेज रखें। मार्निंग वाक करते रहे। आप दिल का ख्याल रखिए दिल आपका ख्याल रखेंगा।



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