अपराधी पकड़ने नहीं अपराध को जड़ से खत्म करने निकली हरिद्वार पुलिस




नवीन चौहान
उत्तराखंड पुलिस के जवान अपराधी पकड़ने नहीं बल्कि अपराध को जड़ से खत्म करने के चुनौतीपूर्ण कार्य को पूरी शिददत से कर रहे है। जी हां उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के आदेशों पर हरिद्वार पुलिस की आप्रेशन मुक्ति की टीम इस अभियान को सफल बनाने के अथक प्रयास कर रही है। आप्रेशन मुक्ति अभियान की नोडल अधिकारी एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय के नेतृत्व में सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह आप्रेशन मुक्ति की पूरी टीम का उत्साहबर्धन करते हुए लगातार दिशा निर्देशन दे रहे है। सामाजिक कार्यकर्ताओं के आप्रेशन मुक्ति की टीम युवा पीढ़ी को जागरूक कर रहे है। इसी क्रम में आप्रेशन मुक्ति की टीम ने एसएमजेएन पीजी कॉलेज में दूसरे दिन भी कॉलेज की छात्र—छात्राओं को आप्रेशन मुक्ति के उदेश्श्यों की जानकारी दी तथा समाज में गरीब बच्चों को भिक्षा नहीं शिक्षा देने के लिए शपथ दिलाकर संकल्प कराया। कॉलेज प्राचार्य डॉ सुनील बत्रा ने भी कार्यक्रम में भरपूर सहयोग किया तथा पुलिस प्रशासन के इस नेक कार्य की सराहना की।
अशिक्षा किसी भी देश के लिए अभिशाप है। शिक्षा के अभाव में अज्ञानी सही गलत को ना समझ पाने के कारण अपराध की राह पकड़ लेता है। ऐसे अज्ञानी लोग ही अपराधी बनकर समाज के लिए खतरा उत्पन्न करते रहे है। ऐसे में गरीब बेसहारा बच्चे जो कि​ सड़क, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और धार्मिक स्थलों के बाहर ​भीख मांगते नजर आते है। ये तमाम बच्चे बड़े होकर अपराध की राह पकड़ लेते है। ऐसे ही बेसराहा बच्चों का सहारा बनी उत्तराखंड पुलिस विगत दो वर्षो से लगातार आप्रेशन मुक्ति चलाकर बच्चों को शिक्षित करने का प्रयास कर रही है।
उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक​ कानून व्यवस्था अशोक कुमार के निर्देशों पर विगत वर्ष में गरीब बेसहारा बच्चों को सड़क पर भिक्षावृत्ति में संलिप्त बच्चों को हटाकर शिक्षित करने की जो सार्थक मुहिम शुरू की वह इस वर्ष भी जारी है। उत्तराखंड पुलिस ने पूरी संजीदगी के साथ इस मुहिम पर कार्य किया तो इस अभियान के काफी सकारात्मक परिणाम दिखाई दिए। उत्तराखंड पुलिस ने एक बार फिर 1 सितंबर 2019 को दो माह के लिए हरिद्वार में आप्रेशन मुक्ति को जोर—शोर से चलाने के निर्देश दिए। पुलिस ने 60 दिनों को बीस—बीस दिनों के तीन भागों में विभाजित कर दिया। पहले चरण में सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह के नेतृत्व में आप्रेशन मुक्ति की टीम ने विभिन्न क्षेत्रों का सर्वे किया ​तथा भिक्षावृत्ति में संलिप्त बच्चों को चयनित करने का कार्य किया। इन बच्चों के अभिभावकों से बातचीत की गई। बच्चों को स्कूल भेजने के लिए मानसिक तौर पर तैयार किया गया। सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि तमाम स्थानों पर बच्चों को जागरूक किया गया। सिनेमाघरों, रोडवेज बस स्टैंड, वाहनों में स्टीगर व पंपलेट लगाए गए। अंतिम चरण में 449 बच्चों का चयन किया गया है।इन बच्चों को शिक्षित करने का कार्य किया जा रहा है। बच्चों को फ्री माहौल दिया जाए। बच्चों को खाने—पाने और खेलने की आजादी दी जाए। ​बच्चों को बोलचाल का तरीका सिखाया जा रहा है। हरिद्वार आप्रेशन मुक्ति की टीम में इंस्पेक्टर पीसी मठपाल, उप निरीक्षक भवानी शंकर पंत, उप निरीक्षक नंद किशोर ग्बाड़ी व कांस्टेबल सत्येंद्र शामिल है। सभी लोग अपने प्रयासों से अधिक बेहतर करने का प्रयास कर रहे है। नोडल अधिकारी कमलेश उपाध्याय पूरी टीम का मनोबल बढ़ा रही है।



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