नवीन चौहान
उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत श्रीदेव सुमन विश्वविद्वालय के कुलसचिव डॉ दीपक भट्ट के बचाव में आ गए है। उन्होंने कहा कि नकल को किसी हद तक भी जायज नहीं ठहराया जा सकता है। कुलसचिव ने नकल रोकने के लिए महाविद्यालय पर कार्रवाई की थी।
बताते चले कि हरिद्वार के हिमगिरी महाविद्यालय में सामुहिक नकल कराने का मामला प्रकाश में आया था। जिस प्रकरण में श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ दीपक भट्ट ने परीक्षा केंद्र को बदलकर दूसरे कॉलेज में परीक्षा कराने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद हिमगिरी महाविद्यालय के प्रबंधक की ओर से कुलसचिव पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी गई। तथा महाविद्यालय की ओर से एक शिकायत कुलपति डॉ उदय सिंह रावत को दी गई। कुलपति डॉ उदय सिंह रावत ने शिकायती पत्र को जांच के लिए अपर मुख्य सचिव डॉ रणवीर सिंह को भेज दिया गया। इसी प्रकरण में पत्रकारों ने उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया। उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने पत्रकारों को दो टूक कहा कि कुलसचिव ने नकल रोकने के लिए नियमों के तहत कार्रवाई की है। जिसके बाद ये बात तो साफ जाहिर है कि इस पूरे प्रकरण में कुलसचिव के खिलाफ एक षडयंत्र रचा जा रहा है। आखिरकार नियमों का पालन कराने वाले कुलसचिव को ही संदेह के घेरे में खड़ा कर दिया गया है। अब इस प्रकरण में सियायत की जा रही है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि कुछ निजी कॉलेज और विश्वविद्यालय से जुड़े लोग कुलसचिव को हटाने के लिए मोर्चा खोले हुए है। उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत विश्वविद्यालय की मीटिंग लेने आए थे।