डीएम सी रविशंकर ने अंधेरे घरों में पहुंचाई उजाले की किरण, वन गुर्जरों के अच्छे दिन




नवीन चौहान
कई दशकों से अंधेरे में जीवन निर्वहन कर रहे वन गुर्जरों के अच्छे दिनों की शुरूआत हो गई है। वन गुर्जरों को अपने घरों में उजाले की किरण साफ दिखाई देने लगी है। वन गुर्जरों के घरों में रोशनी की किरण जिलाधिकारी सी रविशंकर के कारण संभव हो पायेगी। इसी के साथ लालढांग क्षेत्र के सैकड़ों गरीब परिवारों को अपनी समस्याओं के दूर होने की आस भी जग गई है। यहां के लोगों को उम्मीद है कि जिलाधिकारी सी रविशंकर उनके मसीहा बनकर आए है। जो उनके अच्छे दिन लायेंगे।
जिलाधिकारी सी रविशंकर 30 जून 2020 को अचानक लालढांग क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंचे। वहां उन्होंने एक महिला समाजसेवी श्रुति लखेड़ा के हैंडीक्राफ्ट सेंटर का निरीक्षण किया तथा क्षेत्रीय लोगों से बातचीत करके उनकी समस्याओं को जाना। ग्रामीणों ने दिल खोलकर अपनी समस्याओं को बताया। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने भी तमाम व्यस्तताओं के बाबजूद ग्रामीणों की समस्याओं को बड़े ध्यान से सुना और खुद ही अपनी डायरी में नोट किया। ग्रामीणों की तकलीफों को सुनने के बाद जिलाधिकारी सी रविशंकर एकदम भावुक नजर आए और उन्होंने तत्काल ही इन सभी समस्याओं का निस्तारण करने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। जिलाधिकारी सी रविशंकर ने लालढांग क्षेत्र का सर्वाग्रीण विकास करने के लिए पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर दो माह का वक्त निर्धारित किया और इसके लिए 15 दिनों में समीक्षा बैठक का वक्त तय किया। डीएम के निर्देशों के बाद तहसीलदार आशीष घिल्डियाल ने कई मर्तफा लालढांग का दौरान किया और ग्रामीणों के तमाम जरूरी दस्तावेजों को पूरा कराने की कवायद तेज कर दी। वही दूसरी ओर उरेडा की ओर से वन गुर्जरों के घरों में रोशनी के लिए सर्वे का कार्य किया। उरेडा की टीम ने नत्थू चौड़ और चमरिया रेंज में सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया। ये दोनों इलाके पौड़ी जनपद के जंगलात में आते है। इन क्षेत्रों में निवास करने वाले पात्र व्यक्तियों के घरों में सोलर लाइट लगाने का कार्य प्रगति पर है। जिलाधिकारी सी रविशंकर की सज्जनता और सादगी को देखकर क्षेत्र की जनता उनका विशेष सम्मान करने लगी। क्षेत्र की जनता में नई उम्मीद की किरण फूटने लगी है। एक ग्रामीण ने बताया कि डीएम साहब के कारण ही लालढांग क्षेत्र के गरीब लोगों का भला होगा। वैसे आपकी जानकारी के लिए बताते चले कि लालढांग क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाए है। लेकिन यहां पर भ्रष्टाचार हमेशा से हावी रहा। भ्रष्ट अधिकारियों ने यहां पर विकास योजनाओं के नाम का पैंसा खूब डकारा लेकिन धरातल पर कोई कार्य करके नही दिखाया। मनरेगा और तमाम प्रधानमंत्री आवास योजनाओं में भ्रष्टाचार की दुर्गंध आ रही हैै।



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