पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेतली का निधन, भारत में शोक की लहर




नवीन चौहान
पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री व वरिष्ठ अधिवक्ता अरूण जेतली का लंबी बीमारी के बाद एम्स में निधन हो गया। एम्स के चैयरपर्सन डॉ आरती विज ने मेडिकल बुलेटन जारी कर उनके निधन की जानकारी दी। बताते चले कि 9 अगस्त को अरूण जेतली को एम्स में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद चिकित्सकों की टीम लगातार उनका इलाज कर रही है। आखिरकार 24 अगस्त को उन्होंने अंतिम सांस ली। जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समेत देश के तमाम गणमान्यों ने शोक व्यक्त किया है।
बताते चले कि अरुण जेटली को 9 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था. तब पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सांस लेने में परेशानी की शिकायत की थी, इसके बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया. यहां पर उन्हें आईसीयू में रखा गया था. पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह स्पीकर ओम बिडला अरुण जेटली को देखने एम्स पहुंचे थे. इसी साल मई महीने में अरुण जेटली की किडनी ट्रांसप्लांट की गई थी. अरुण जेटली कैंसर का इलाज करवाने अमेरिका भी गए थे.
सेहत संबंधी समस्याओं की वजह से अरुण जेटली ने इस बार का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था. मई में जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा था कि स्वास्थ्य कारणों से वो नई सरकार में कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेना चाहते हैं. जेटली ने कहा था कि 18 महीनों से वे सेहत संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं जिस कारण से वह नई सरकार में कोई पद नहीं लेना चाहते हैं. अरुण जेटली का जन्म 28 दिसंबर 1952 को हुआ था. पेशे से वकील जेटली से सरकार में वित्त और रक्षा मंत्री का पद संभाला था.
बीजेपी अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह ने जेटली के निधन पर गहरा शोक जताया है. अमित शाह ने कहा कि जेटली का निधन उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है. अमित शाह ने ट्वीट किया, “अरुण जेटली जी के निधन से अत्यंत दुःखी हूं, जेटली जी का जाना मेरे लिये एक व्यक्तिगत क्षति है. उनके रूप में मैंने न सिर्फ संगठन का एक वरिष्ठ नेता खोया है बल्कि परिवार का एक ऐसा अभिन्न सदस्य भी खोया है जिनका साथ और मार्गदर्शन मुझे वर्षो तक प्राप्त होता रहा.”


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