सोनी चौहान
उत्तराखण्ड पुलिस ने नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने एम्स ऋषिकेश में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर दो करोड़ रूपये से हड़पने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
22 अक्टूबर 2019 को कोतवाली पिथौरागढ़ में दर्ज मुकदमा किया गया था। जिसमें कुमाऊं क्षेत्र के लड़के-लड़कियों को एम्सऋषिकेश में फार्मासिस्ट व जेएनएम की नौकरी दिलाने का झांसा देकर प्रत्येक से 6 से 8 लाख रुपये लेकर नियुक्ति पत्र व अन्य प्रमाण पत्र दिये गए, जो केंद्रीय मंत्री जेपीनड्डा द्वारा हस्ताक्षरित थे। ये प्रपत्र जाँच करने पर फर्जी पाए गए। पुलिस द्वारा लगातार छानबीन की जा रही थी।
उपाधीक्षक पिथौरागढ़ आरएस रौतेला के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली पिथौरागढ़ ओमप्रकाश शर्मा ने एसओ नाचनी दीपक बिष्ट की लीडरशिप में पुलिस टीम का गठित किया गया। पुलिस टीम को बिहार, लखनऊ, हल्द्वानी में भेजकर दबिशें दी गई।
18 फरवरी 2020 को देर शाम मुखबिर की सूचना पर लाशघर रोड के पास से बिहार के 2 युवकों को जावेद पुत्र मुकीम निवासी गोपालगंज बिहार, राजकुमार पुत्र शम्भु प्रताप निवासी पटना बिहार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस द्वारा पुछताछ करने पर आरोपियों ने बताया कि हमने लगभग 2 करोड़ से ऊपर रुपये फर्जी भर्ती के नाम पर बच्चों से लिये थे। जिससे हमने प्रोपर्टी खरीद ली है। दोनो आरोपियों के खातों को सीज कर दिय गया है।
पुलिस टीम
प्रभारी निरीक्षक ओम प्रकाश शर्मा, थानाध्यक्ष नाचनी दीपक बिष्ट, पंकज वर्मा, भुवन पाण्डे (एसओजी), देशराज।