हरिद्वार। राजाजी टाईगर रिजर्व से सटे रिहायशी क्षेत्र में गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरूवार की रात्रि मोतीचूर रेंज के सत्यनारायण सेक्शन से सटे वैदिक नगर में एक वन दरोगा को गुलदार ने निवाला बना डाला। गुलदार के द्वारा यह घटना दूसरी बार अंजाम दी गई। जानकारी के अनुसार गुरूवार की शाम को वन दरोगा आंनद सिंह को गुलदार ने उस वक्त निवाला बना दिया जब वह पुराने पुल के रास्ते सत्यनारायण सेक्शन में हरिद्वार हाइवे पर स्थित अपने सरकारी आवास लौट रहे थे कि घर के लोगों ने उनके घर ना पहुंचने पर उनकी खोजबीन की। परिवारजनों ने आनंद सिंह के घर नहीं लौटने की सूचना उनके साथी वनकर्मी को दी लोग द्वारा वन दरोगा आनंद सिंह की खोजबीन की। खोजबीन के दौरान वन दरोगा की चप्पल पुराने पुल के पास मिली। अनहोनी का अन्देशा होने पर आस पास झाड़ियों में काम्बिंग की गई। सड़क से चन्द कदम दूर वन दरोगा का शव बरामद किया गया। गुलदार ने बुरी तरह से वन दरोगा के शव को विक्ष क्षिपित्त कर दिया था। दरोगा आनंद सिंह हरिद्वार रेंज बिल्वकेश्वर पर तैनात थे और मोतीचूर के सत्यनारायण सेक्शन में उनको आवास आबंटित विभाग द्वारा किया गया था। वन दरोगा के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पार्क निदेशक सनातन सोनकर घटना स्थल पर पहुंचे उन्होंने कहा कि गुलदार के घात लगाकर हमले के दौरान वन दरोगा आनंद सिंह की जंगल में ही मौत हो गई। पूर्व में भी गुलदार द्वारा अन्य लोग को घायल किया गया है। शहरोमं से सटे वनों से जंगली जानवर कई बार रिहायशी क्षेत्रों की ओर कूच कर देते हैं। जिन कारणों से कई बार जगली जानवरों की मुठभेड़ रिहायशी क्षेत्र के लोगांे से हो जाती है। घटना पर उन्होंने गहरा दुख जताया। जबकि वन दरोगा के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। आस पास के क्षेत्र के लोग में गुलदार के आतंक से भय का माहौल बना हुआ है।