नई दिल्ली. शीतकालीन सत्र शुरू होने से पूर्व संसद के बाहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देशहित में सभी दलों का साथ जरूरी है। उन्होंने कहा कि देशहित में सब दल साथ मिलकर चलते हैं तो फैसले और परिणाम अच्छे होते हैं। वहीं सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेकैंया नायडू ने कहा है कि सरकार संसद में नोटबंदी पर चर्चा कराने के लिए तैयार है।
नोटबंदी पर कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की है। कांग्रेस ने कहा कि किसान परेशान है , लोगों को समय देना चाहिए था, लेकिन मोदी सरकार ने तानाशाही रवैया अपना रही। चर्चा शुरू होने से पहले राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ । नोट बंदी मामले में विपक्ष ने चर्चा की मांग शुरू की। इस पर केंद्र सरकार ने कहा कि वह चर्चा के लिए तैयार है। राज्यसभा में 2 बजे तक कार्यवाही स्थगित हो गई है
– कैशलेस पर आनंद शर्मा ने वित्त मंत्री को घेरने का प्रयास किया। दुनिया में कितने बड़े बड़े देश भी इतनी जल्दी कैशलेस व्यवस्था नहीं ला पाए। कौन सा आतंकबादी बोरी भरकर रिजर्व बैंक के पास जाता है कि मेरा रुपया बदल दो। दुनिया भर में देश की बदनामी हो रही है किसानों का बुरा हाल है। कौन सा अधिकार प्रधानमंत्री को है कि हम अपना पैसा भी एकाउंट से निकालने के लिए भीख मांगे, लाइन में लगे। हर चीज पे मोदी सरकार सर्जिकल स्ट्राइक कर रही है।
स्विस बैंक में किस किसका खाता है इसकी सूची बीजेपी के पास है। प्रधानमंत्री जी उस सूची को को सार्वजनिक करें। मोदी सरकार सूची जारी करे। मोदी सरकार बताए कि कितने लोगों के कर्जें मांफ किए हैं। केंद्र का सारा तंत्र उनके लिए है, जो बीजेपी के मित्र हैैंं उन्हें लाभ मिल रहा है और जाेे नहीं हैंं उन्हें सजा। जो बुनियादी सवाल हैं उनके जवाब बीजेपी को देने होंगे।
राष्ट्र के नाम पीएम ने जब संदेश दिया तो उम्मीद थी कि पूरे इंतजाम होगा। कालाधन से लड़ने चलेे हैं और 500 बंद करके 2000 का नोट ले आए जिसमें रंग छूटता है। मोदी सरकार संवेदनहीन है। गोवा में पीएम ने कहा कि ‘मुझे लोग मार देंगे’ मोदी जी आप मुझे बताएं कि वे कौन लोग जो आपको मारना चाहते हैं।
विद्युत राज्यमंत्री पीयूष गोयल ने कहा
पीयूष गोयल ने कहा कि देश की जनता लाइन में लगी हुई है लेकिन लोग मोदी जी फैसले से खुश हैं। इस देश में 2007 तक ऐसा पाया गया कि लगभग 86 प्रतिशत करेंसी 500 और 1000 के नोट में चल रही है। लगभग आधे के ज्यादा करेंसी 500 और 1000 के नोट काफी समय से चलन में नहीं आई। इससे पता चला कि काफी मात्रा मेंं करेंसी छिपी हुई हैै जो कि चलन में नहीं आई है। ऐसी परिस्थिति में सरकार ने निर्णय लिया गया गया कि उस करेंसी को चलन में लाया जाए। ईमानदारी के पैसों पर कोई रोक नहीं है लोग अपना ईमानदारी का पैसा बैंक में जमा कर रहे हैं। ऐसे निर्णय को गोपनीय रखना जरूरी था। लेकिन फिर भी लोग कह रहे हैं कि 1 हफ्ते पहले बताना चाहिए था। भ्रष्टाचार मिटाने के लिए यह निर्णय भ्रष्टाचारियों के लिए चेतावनी है। इस कदम से ईमानदारी का उत्सव और प्रमाणिकता का पर्व पूरे देश में मनाया जाए।
अब कतारे कम हो रही हैं अब 500 के नोट भी आ गए हैं। देश और देश की जनता को उम्मीद और विश्वास है कि मोदी जो कर रहे हैं वो देश हित में हैं। इस कदम का पूरा अधिकार था पीएम को। स्विस बैंक में जिनके खाते हैं उनके नाम उजागर करने की मांग की गई है। अगर हमने ऐसा किया तो विदेशी सरकार से सूचनाएं प्राप्त होना बंद हो जाएंगी। क्या आप लोग ये चाहते हैं हमने सुप्रीम कोर्ट को इसकी जानकारी दी है। इस कदम के बाद हर किसी को भ्रष्टाचार करने से पहले सोचना पड़ेगा। इससे केंद्र और राज्य सरकारों को भरपूर टैक्स मिलेगा। विपक्ष को इस पर हमारा साथ देना चाहिए था यह राष्ट्रहित का काम था लेकिन विपक्ष इसका न जाने क्यों विरोध कर रहा है। यह कदम लोगों को ईमानदार बनाएगा, देश आगे बढ़ेगा। ईमानदार लोगों को जल्दबाजी करने की जरूरत नहीं है।