नोएडा: बिसाहड़ा केस में अखलाक की हत्या के आरोप में लुक्सर जेल में बंद 24 साल के आरोपी रवीन (रवी) की मौत के बाद गांव में फिर तनाव है। गांववालों ने रविन का अतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि पहले अखलाक के भाई की गिफ्तारी होगी तब रवीन का दाह संस्कार हाेगा। ग्रामीणों ने इस दौरान सीएम का पुतला भी फूंका है।
मंगलवार शाम दिल्ली के एलएनजेपी हॉस्पिटल में मौत हो गई थी। ग्रामीणों का आरोप है कि रवीन की मौत बीमारी की वजह से नहीं, बल्कि जेलर और जेल में बंद अन्य लोगों ने उसकी पिटाई की, जिसकी वजह से रवीन की मौत हुई है।
वहीं, एलएनजेपी हॉस्पिटल के एमएस डॉ. जेएस पासी का कहना है कि रविन को तेज बुखार था। उसकी किडनी और कई अंग काम नहीं कर रहे थे। रवीन के ब्लड सैंपल से पता चला है कि उसे डेंगू था। हालांकि, रिपोर्ट बुधवार को आएगी। रवीन की मौत के बाद बिसाहड़ा में बेहद तनाव है। ग्रामीण अनशन पर बैठ गए हैं उनका कहना है कि पहले अखलाक की गिरफ्तारी हाेगी फिर दाह संस्कार किया जाएगा। सुबह ही एसपी देहात के अलावा पुलिस प्रशासन के तमाम आला अधिकारियों के साथ भारी पुलिस बल गांव में तैनात कर दिया गया है। गांव में पेट्रोलिंग की जा रही है ।
यह था मामला
28 सितंबर 2015 को दादरी इलाके के एक मंदिर में घोषणा की गई कि बछड़ा मार दिया गया है।इसके बाद भीड़ ने 52 साल के मोहम्मद अखलाक को उसके घर से बाहर घसीटा और पीट-पीटकर मार डाला। भीड़ ने अखलाक के बेटे दानिश को भी पीटा था।