वन्यजीव प्रकृति की है अनमोल धरोहर- डॉ. राघवेंद्र चौहान





नवीन चौहान
राजकमल साइंस एंड मैनेजमेंट कॉलेज बहादराबाद हरिद्वार में वन्यजीव सप्ताह धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। देश भर में हर साल 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक वन्यजीव सप्ताह मनाया जाता है। पृथ्वी पर जीव सृष्टि की सुरक्षा के लिए भारत में इसकी शुरुआत वर्ष1952 से हुई थी। वन्यजीव सप्ताह के दौरान वन्य जीवों और पर्यावरण सुरक्षा के उपाय सुझाए जाते हैं।
वन्य जीवों के बगैर मानव जीवन का अस्तित्व ही संकट में पड़ सकता है। वन्यजीवों का महत्व समझने और उनके संरक्षण के उपाय करने जरूरी हैं। दवाइयों के अधिक प्रयोग और जीव हत्या से कई पशु-पक्षी विलुप्त हो चुके हैं।
प्राचार्य डॉ. राघवेंद्र चौहान ने कहा कि वन्यजीव प्रकृति की अनमोल धरोहर है। प्रकृति द्वारा बनाई गई प्रत्येक वस्तु जीव अनमोल है। अत: पर्यावरण सरंक्षण और वन्य जीवों की सुरक्षा प्रत्येक व्यक्ति का कर्त्तव्य होता है। दुनिया भर में जीव जंतुओं की ऐसी कई प्रजातियां हैं, जो आज हमारी धरती से गायब हो चुके हैं। कई ऐसे जीव जंतु हैं जो आने वाले कुछ सालों में विलुप्त हो जाएंगे। इनके विलुप्त होने के पीछे इंसानों की बढ़ती आबादी तथा वन्यजीवों का बड़ी मात्रा में शिकार बढ़ते रसायनिक पदार्थों का इस्तेमाल और रेडिएशन को मुख्य माना गया है
प्रतिभा गिरी विभागाध्यक्ष प्राणि विज्ञान विभाग ने कहा कि इस दिवस को मनाने का मकसद विश्व भर के लोगों में वन्यजीवों की सुरक्षा और वनस्पतियों की लत पर जातियों के प्रति लोगों को जागृत करना है लोगों को समझाना होगा कि धरती पर जैव विविधता बनाए रखने के लिए आवश्यक है कि हम पृथ्वी के पर्यावरण के तालमेल को बनाए रखें जिसके लिए पेड़ पौधों और वन्य जीवो का होना आवश्यक है
कॉलेज के छात्र-छात्राओं पायल जोशी, सलोनी, राशि, वंदना, योगिता, तनु, आंचल, पूजा, अनुराधा, आदि द्वारा विचार गोष्ठी,पोस्टर व मॉडल बनाए गए
कार्यक्रम में श्रीमती राजेश देवी सचिव राजकमल कॉलेज, मनीष चौहान प्रबंधक अशोका इंटरनेशनल एकेडमी अंबुवाला, नितिन चौहान, विनीत कुमार, आस्था यादव, गुंजन चौहान, प्रेरणा राजपूत, प्रतिभा गिरी, नैंसी चौहान, वेदांश कौशिक, अविनाश, स्टाफ सदस्यों एवं विद्यार्थियों सहित कई लोग उपस्थित रहे।



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