नवीन चौहान
आपदा प्रबंधन में वेब जीआईएस आधारित निर्णय सहायता प्रणाली (डीएसए) के आवेदन पर उत्तराखंड राज्य की क्षमता निर्माण पर आज वर्चुअल रूप से अंतराष्ट्रीय कार्यशाला का सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर भंडारी ने उद्घाटन किया।
सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय,अल्मोड़ा (उत्तराखंड), उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के संयुक्त तत्वावधान में एक अंतराष्ट्रीय कार्यशाला “इंटरनेशनल वर्कशॉप (ऑन वर्चुअल मोड) ऑन कैपिसिटी बिल्डिंग ऑन एप्लीकेशन ऑफ वेब GIS बेस्ड जिओ पोर्टल फ़ॉर डिसिजन सपोर्ट सिस्टम फ़ॉर इमरजेंसी मैनेजमेंट इन उत्तराखड” शीर्षक से आयोजित की गयी।
इसका उद्घाटन सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र सिंह भंडारी ने किया। उन्होंने उत्तराखंड में जीआईएस की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। वेबिनार के विषय में प्रोफेसर जीवन सिंह रावत ने जानकारी दी, डॉ मंजुल कुमार हज़ारिका (निदेशक, एशियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, थाईलैंड) ने आपदा प्रबंधन के लिए वेब जीआईएस आधारित डी.एस.ए. पर प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ बिपिन चंद्र जोशी, डॉ नंदन सिंह बिष्ट (निदेशक,सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस फ़ॉर NRDMS,इन उत्तराखंड और GIS के समन्वयक), डॉ गिरीश जोशी (वरिष्ठ सलाहकार उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, देहरादून), वरुण रावत (सॉफ्टवेयर इंजीनियर, हैदराबाद), सुश्री श्रद्धा ( सिस्टम ऑपरेटर, असियाई प्रौद्योगिकी संस्थान, थाईलैंड), अरविंद पांडे और वरुण रावत आदि मौजूद रहे।