चोरी के वाहन काटकर करोड़पति बने कुख्यात कबाड़ माफिया हाजी गल्ला के दो मकान कुर्क




नवीन चौहान.
कुख्यात कबाड़ माफिया नईम उर्फ हाजी गल्ला के दो मकान आज पुलिस ने कुर्क कर लिए। पुलिस ने हाजी गल्ला की जो दो अचल संपत्ति कुर्क की वो दोनों समाज विरोधी क्रियाकलापों के माध्यम से अर्जित की गई थी। पुलिस अब तक तीन अचल संपत्तियों को कुर्क कर चुकी है जिनकी कीमत करीब दस करोड़ आंकी गई है।

पुलिस के मुताबिक 16 अक्तूबर को भी हाजी गल्ला के एक अन्य मकान को विधि अनुसार कुर्क किया गया था। पुलिस के मुताबिक हाजी गल्ला गैंग का लीडर भी है। उसके खिलाफ करीब 30 अभियोग पंजीकृत हैं। जिनमें भारतीय दंड विधान के अंतर्गत पंजीकृत अभियोगों के अतिरिक्त गुंडा अधिनियम, गैंगस्टर अधिनियम तथा राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अंतर्गत की गई निरोधात्मक कार्यवाही भी शामिल है।

हाजी गल्ला के बारे में पुलिस का कहना है कि वह स्थानीय एवं दूर-दराज के क्षेत्रों से भी किये जाने वाले वाहन चोरी तथा उनका अवैध कटान करने और चोरी किए गए वाहनों का विक्रय करने के अलावा उनको अवैध रूप से काटकर निकाले गए पार्ट्स को बेचने का अवैध व्यापार एक गिरोह बनाकर करता है। इस गिरोह का हाजी गल्ला लीडर है।

पुलिस के अनुसार इस गिरोह के अन्य सदस्य भी न्यायिक अभिरक्षा में निरुद्ध किए गए हैं। उनकी समाज विरोधी क्रियाकलापों से अर्जित संपत्ति का भी पता लगाकर इसी प्रकार की कार्रवाई विधिनुसार की जा रही है।

नईम उर्फ हाजी गल्ला के बारे में पुलिस का कहना है कि वह वेस्ट यूपी का सबसे प्रमुख कबाड़ माफिया है। हाजी गल्ला वाहन कटान के अवैध काले कारोबार का मुखिया माना जाता है। हाजी गल्ला कभी कुर्सी बुनकर अपने परिवार का पेट पालता था। लेकिन कुछ वर्ष पहले वह वाहन चोरी और वाहन कटान के काले कारोबार को करने लगा।

इस काले कारोबार से जुड़कर वह थोड़े ही समय में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रमुख वाहन कटान माफियाओं में शामिल हो गया। हाजी गल्ला ने इस काले कारोबार से कम समय में बहुत संपत्ति अर्जित कर ली। इन सभी अवैध और बेनामी संपत्तियों को पता लगाकर पुलिस कठोरतम कार्रवाई कर इसके काले कारोबार को समाप्त करने की दिशा में काम कर रही है।

पुलिस के मुताबिक विधिनुसार कुर्क की गई सभी संपत्तियों पर नियमानुसार नोटिस चस्पा किए गए हैं तथा मुनादी कराकर भी जन सामान्य को इस कार्यवाही के बारे में अवगत कराया गया है ताकि इन संपत्तियों का विधि विरुद्ध क्रय/ विक्रय न किया जा सके। इसके साथ ही इन सभी संपत्तियों का प्रशासक सहायक पुलिस अधीक्षक कैंट को नियुक्त किया गया है। विधिनुसार कुर्क की गई इन तीनों संपत्तियों का कुल बाजार मूल्य दस करोड़ रुपए से अधिक आंका जा रहा है।



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