नवीन चौहान
कहते हैं यदि कुछ करने का जज्बा हो तो मुश्किल मंजिलें भी आसान होती चली जाती है। उत्तराखंड पुलिस में तैनात दो सगे भाई युवाओं के लिए मिसाल बन रहे हैं। अपनी फर्ज और ईमानदारी से न केवल उत्तराखंड पुलिस का मान बढ़ा रहे हैं बल्कि दूसरों के लिए भी आदर्श बन रहे हैं।
जी हां हम बात कर रहे हैं पुलिस विभाग में तैनात राजेश शाह और रितेश शाह की। दोनों भाईयों ने ही अपनी उच्च शिक्षा यूपी की राजधानी लखनऊ से प्राप्त की है। दोनों भाई इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है। पुलिस विभाग को अपनी सेवा देते हुए इन्होंने 19 साल का अपना बेदाग कार्यकाल पूरा कर लिया है। अपने कार्य से इन्होंने न केवल दूसरों का दिल जीता बल्कि कई सम्मान भी हासिल किये।
हरिद्वार नगर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश शाह और उनके छोटे भाई रितेश शाह ने लखनऊ में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद पुलिस में भर्ती होकर जनता की सेवा करने का फैसला लिया। राजेश शाह ने एमएससी, बीएड करने के बाद लखनऊ के नामचीन स्कूल सिटी मोंटेसरी में बतौर शिक्षक सेवा दी। इसके बाद 2002 में उत्तराखंड पुलिस भर्ती की परीक्षा देकर उसमें कामयाबी हासिल की और डयूटी ज्वाइन कर जनता की सेवा शुरू की। राजेश शाह को दो सेवा सराहनीय पदक मिल चुके हैं। 2013-14 में बेस्ट इन्वेस्टिगेटर ऑफिसर का अवार्ड भी मिला है।
छोटे भाई रितेश शाह इस समय देहरादून कोतवाली प्रभारी निरीक्षक हैं। रितेश शाह ने लखनऊ से एलएलबी करने के बाद दारोगा भर्ती में परीक्षा दी। चयन होने के बाद वो भी उत्तराखंड में पिछले 19 साल से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। 19 साल के कार्यकाल में रितेश शाह को तीन सेवा सराहनीय पदक मिल चुके हैं। दोनों ही भाई अपराधियों पर शिकंजा कसने में कोई कसर नहीं छोड़ते। पीड़ितों को न्याय दिलाना उनकी प्राथमिकता में शामिल हैं। अपने मृदुभाषी व्यवहार से वह जहां भी तैनात होते हैं वहां जनता का दिल जीत लेते हैं।