राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रोपदी मुर्मू का उत्तराखंड ने किया भव्य स्वागत




योगेश शर्मा.
उत्तराखंड की पांचों प्रमुख जनजातियों के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रोपदी मुर्मू के उत्तराखंड आगमन पर भव्य स्वागत किया। जौली ग्रांट एयरपोर्ट से प्रारंभ हुए यह स्वागत का क्रम मुख्य सेवक सदन तक चला, जहां इन जनजातीय समाज के लोगों ने पारंपरिक वेशभूषा में राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रोपदी मुर्मू का हार्दिक अभिनंदन किया।

इस अवसर पर ढोल-दमाऊ, पारंपरिक नृत्य तथा गीत से उन्हें उनका स्वागत किया गया। एयरपोर्ट पर मुख्य रूप से थारू, बुक्सा जैसी जनजातियों के कलाकारों ने द्रोपदी मुर्मू का कार्यक्रमों के माध्यम से भव्य स्वागत किया और अपने कार्यक्रमों की प्रस्तुति के माध्यम से उन्हें राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी मनोनीत किए जाने पर केंद्र की एनडीए सरकार का अभिनंदन किया गया। जनजाति के कार्यकर्ताओं का मानना है कि उनके समाज का कोई व्यक्ति सर्वोच्च पद पर बैठकर पूरे देश का संचालन करेगा यह अपने आप में इतिहास है और इस इतिहास को रचने वाला एनडीए आभार प्रदर्शन का पात्र है।

जनजाति कार्यकर्ताओं का कहना है कि अब तक उन्हें केवल मतदाता समझा गया और उन्हें लॉलीपॉप दिया जाता रहा लेकिन पहली बार किसी सरकार ने उनके समाज के बारे में चिंता की है और इन समाजों को सबसे बड़े पद पर अधिष्ठापित किया गया है। इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश राणा, प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र चौहान, सविता मेहता, प्रदेश महामंत्री राजवीर राठौर, दिनेश राणा सहित सभी प्रदेश पदाधिकारी व हजारों की संख्या में कलाकार व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

इस अवसर पर राकेश राणा ने बताया कि जनजातियों का हमेशा शोषण किया जाता रहा लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई के कार्यकाल में हमारे समाज के लिए मंत्रालय की संरचना की गई तभी से इस समाज को विकसित करने का कार्य प्रारंभ हो गया। उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य है कि वर्तमान एनडीए सरकार ने हमारे समाज की एक आम महिला को सर्वोच्च पद पर अधिष्ठापित करने का निर्णय लिया है यह सभी जनजातियों के लिए प्रसन्नता की बात है इससे ज्यादा सम्मान हमको और क्या मिल सकता है।

उन्होंने कहा कि अब तक की सरकारों ने हमें केवल मतदाता बनाकर रखा और हमारे नाम पर अच्छी खासी लूट-खसोट की, लेकिन अब समाज का उत्थान जिस प्रकार से हो रहा है जिसके लिए एनडीए को साधुवाद दिया जाना चाहिए। विशेषकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनजातीय समाज के लिए जो विशेष कार्य कर रहे हैं वह हमारे लिए केवल हर्ष का विषय नहीं है, वह हमारे उत्थान के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।

इसके लिए हम सब वर्तमान सरकार के आभारी हैं, जिसने हमें समुन्नत बनाने के साथ-साथ हमारे समाज को सर्वोच्च पद देने का निर्णय लिया है। द्रोपदी मुर्मू का चयन इसी बात का प्रतीक है। उत्तराखंड का समूचा जनजाति समाज वर्तमान केंद्र सरकार का आभारी है और उन्हें बधाई देता है कि वे निरंतर इसी तरह समाज कल्याण का अभिनव प्रयास करते रहे, इस भगीरथ प्रयास में हमारा पूरा समाज सरकार के साथ है।



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