— आसपास के क्षेत्रों के यात्री अपने वाहनों से कर रहे यात्रा
नवीन चौहान
हरिद्वार। चारधाम यात्रा के लिए यात्री पर्यटन व्यवसासियों के माध्यम से नहीं आ रहे हैं। बल्कि वे अपने निजी वाहनों से यात्रा के लिए आ रहे हैं। इससे हरिद्वार के व्यवसासियों का व्यवसाय नहीं चल रहा है। हालात ऐसे हो गए है कि आॅफिस के खर्चे तक नहीं निकल रहे हैं।
पर्यटन व्यवसायियों को उम्मीद थी कि प्रदेश में आवागमन के लिए छूट मिलने पर चारधाम यात्रा के लिए यात्री आने लगेंगे। अब करीब एक महीने से आवागमन के लिए छूट दे दी गई हैं, लेकिन फिर भी चारधाम यात्रा के लिए यात्री नहीं आ रहे है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर या राजस्थान से जो यात्री आ रहे हैं, वे अपने निजी वाहनों से आ रहे हैं। ऐसे में हरिद्वार के पर्यटन व्यवसाय से जुड़े व्यापारी बिना काम के खाली बैठे हैं। उनके हालात बुरे नजर आ रहे हैं। उनके खर्चे तक नहीं निकल रहे है। कई व्यवसासियों ने अपने वाहानों के टैक्स, फिटनेस आदि के डाक्यूमेंट पूरे भी करा लिए, लेकिन वह भी बिना यात्रियों के खाली बैठे हैं। हरिद्वार ट्रेवल्स एसोसिएशन के महामंत्री सुमित श्रीकुंज ने बताया कि पूरा सीजन खाली चला गय हैं, अब उम्मीद थी कि यात्रा के अंतिम पड़ाव पर कुछ काम चलेगा, लेकिन कोरोना के भय से दूर दराज के यात्री नहीं आ रहे है। हरिद्वार के ट्रेवल्स व्यवसायी आकाश शर्मा ने बताया कि चारधाम यात्रा चलने की अभी उम्मीद बरकरार है।