योगेश शर्मा.
हरिद्वार जिला पंचायत के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने इस बार अभूतपूर्व जीत दर्ज की है। राज्य गठन से लेकर अब तक भाजपा हरिद्वार में कभी इतनी सीट नहीं जीत सकी है। भाजपा ने इस बार 13 सीटों पर जीत दर्ज की है। जबकि कांग्रेस 5 और बसपा ने 8 सीटों पर जीत हासिल की है। हालांकि सबसे अधिक सीटें निर्दलीयों ने जीती है, निर्दलीय प्रत्याशियों को 17 सीटों पर जीत मिली है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह जीत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कामकाज पर जनता की मुहर है। राज्य में दोबारा सत्ता संभालने के बाद पहली चुनावी परीक्षा में धामी सरकार ने सफलता हासिल की है। इस जीत को युवा नेतृत्व का ही करिश्मा बताया जा रहा है।
पिछले कुछ दिनों में uksssc भर्ती घोटाला, बैकडोर भर्ती प्रकरण और अंकिता मर्डर केस जैसे मामले सामने आने पर प्रदेश सरकार पर दबाव बनना देखा जा रहा था। लेकिन सीएम धामी ने सभी चुनौतियों का डटकर न केवल मुकाबला किया बल्कि जनता के हित में सही फैसले भी लिए। मुख्यमंत्री धामी ने बगैर दबाव के दोषियों को जेल की सलाखों के पीछे धकेलने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी।
विधानसभा भर्ती प्रकरण में भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बगैर देर किए विधानसभा अध्यक्ष से जांच का अनुरोध कर डाला जिसका नतीजा यह हुआ कि बैकडोर से नौकरी पाने वाले आज बाहर हैं और विरोधी भी चित हो गए हैं। अंकिता हत्याकांड के बाद राज्य में जिस तरह का माहौल बना तो उसमें भी जनभावनाओं के अनुरूप मुख्यमंत्री ने त्वरित एक्शन लेते हुए कार्रवाई कराने में किसी तरह की देरी नहीं की।
पंचायत चुनाव के दौरान हरिद्वार में हुए शराब कांड भी चुनौती के रूप में उभरा लेकिन सीएम ने तमाम चुनौतियों के बावजूद हरिद्वार के नतीजों के जरिये बता दिया कि राज्य की राजनीति में अभी दूर-दूर तक उनका कोई सानी नहीं है। धामी और भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की विधानसभा चुनाव के बाद यह पहली परीक्षा थी जिसे दानों ने सफलता से पास कर सबके मुंह बंद कर दिये।
हरिद्वार जिला पंचायत चुनाव इस बार कई मायनों में खास रहा। इससे पहले भाजपा ने कभी भी 4 से ज्यादा जिला पंचायत की सीट नहीं जीती थी लेकिन इस बार 13 सीटों पर जीत हासिल की है। हरिद्वार ग्रामीण सीट से भाजपा ने 7 सीटें जीत कर इतिहास रचा है। इस जीत में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
चुनाव परिणाम सामने आने के बाद यह माना जा रहा है कि हरिद्वार में भाजपा का जिला पंचायत बोर्ड बनना लगभग तय है, जो अपने आप में एक इतिहास भी होगा। वर्तमान प्रदर्शन को देखते हुए यह कहा जा रहा है कि निश्चित रूप से जनता ने सीएम धामी के सेवा, समर्पण और सुशासन पर अपनी मुहर लगाई है।