नवीन चौहान.
नवरात्रि के महापर्व पर जहां पूरा देश इस समय मां के भजन कीर्तन में डूबा है वहीं हरिद्वार जनपद के थाना कलियर में एक ऐसी घटना सामने आयी जिसने पूरी मानवता को शर्मसार कर दिया। यहां रात में एक कूड़े के ढेर से नवजात बच्ची मिली। जिसे समय पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल में चेकअप आदि कराकर सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया।
जानकारी के अनुसार देर रात करीब 11 बजकर 23 मिनट पर चेतक 31 को सूचना मिली कि कलियर में दोनों नहरों के बीच कूडे के पास कोई नवजात बच्ची रो रही है। सूचना देने वाले ने कहा कि कुछ करिए सर, प्लीज उसको बचा लीजिए।
सूचना मिलने पर बिना देरी किए चेतक पर तैनात पुलिस कर्मचारी रविंद्र बालियान अपने साथी होमगार्ड अम्बरीष कुमार के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने इसकी सूचना SO धर्मेंद्र राठी को भी दे दी। मौके की नजाकत समझते हुए धर्मेंद्र राठी द्वारा नाइट ऑफिसर Si शिवानी नेगी को मौके पर जाने के लिए कहा। जिसके बाद एसआई शिवानी नेगी मौके पर पहुंची और वहां रो रही नवजात को रात के अंधेरे में सावधानीपूर्वक बीच कूड़े के ढेर से उठा कर अपनी गोद में ले लिया। उन्होंने उसे पहले स्वयं चेक किया, स्नेहपूर्ण तरीके से बच्ची को चुप कराया और उसके बाद संयुक्त चिकित्सालय रुड़की ले जाकर उसका चेकअप कराया। अस्पताल स्टाफ द्वारा बच्ची को 1 या 2 दिन का होना बताया।
रात में ही SO धर्मेंद्र राठी ने CWC सदस्य गोपाल अग्रवाल के समक्ष नवजात को पेश किया जहां से शिशु अनाथालय ट्रस्ट ऑफ इंडिया श्री राम आश्रम श्यामपुर हरिद्वार का आदेश होने पर वहां मौजूद वार्डन सीमा के सुपुर्द कर दिया। पुलिस के इस कार्य की जहां हर कोई सराहना कर रहा है वहीं जिस निर्दयी मां बाप ने बच्ची को इस तरह से मरने के लिए कूडत्रे के ढेर पर फेंका उन्हें ढूंढकर कठोर सजा देने की बात कर रहे हैं।