स्वामी यतीश्वरानंद की दरियादिली, जिसने चुनाव में हरवाया उसी को गले लगाया

नवीन चौहान.पुरानी कहावत है कि राजनीति में ना कोई स्थाई मित्र होता है और ना ही कोई स्थाई शत्रु होता है। मौके की नजाकत को देखकर ही नेता पार्टी बदलते हैं। अपने राजनीतिक भविष्य को […]