नवीन चौहान
हरिद्वार। योग गुरु बाबा रामदेव के शुरुआती समय से सहयोगी रहे स्वामी मुक्तानंद का शुक्रवार रात अचानक देहांत हो गया। उनके निधन की सूचना से पूरे पतंजलि परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। पतंजलि से जुड़े लोग कनखल स्थित आश्रम पर एकत्र होना शुरू हो गए हैं, यहां उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। शाम को कनखल शमशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार होगा।
स्वामी मुक्तानंद की मौत की वजह हृदय गति रुकना बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, स्वामी मुक्तानंद की तबीयत शुक्रवार रात करीब साढ़े दस बजे उस समय बिगड़ी, जब वे कनखल स्थित कृपालु बाग आश्रम स्थित अपने आवास में थे। आचार्य बालकृष्ण और आश्रम के लोग इन्हें तत्काल लेकर सिडकुल स्थित मेट्रो अस्पताल ले गए। जहां कुछ देर बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
कनखल स्थित दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट आश्रम में पतंजलि परिवार के परिजन श्रद्धांजलि दे रहे हैं। अंतिम संस्कार सांय 4:00 बजे कनखल स्थित श्मशान घाट में किया जाएगा।
उनके निधन पर स्वामी रामदेव ने अपने भावपूर्ण श्रद्धांजलि अपर्ति करते हुए अपने शोक संदेश में कहा कि हमारे बड़े भ्राता पूज्य स्वामी मुक्तानंद जी महाराज, जिनका गुरुकुल से आज तक लगभग 35 वर्षों का स्नेहपूर्ण आशीष हमारे साथ रहा, आज हृदय गति अवरुद्ध होने से उनका देहावसान हो गया। यह पतंजलि योगपीठ परिवार व सनातन धर्म की अपूरणीय क्षति है।