नवीन चौहान
हरिद्वार का एसआर मेडिसिटी हॉस्पिटल लगातार कैंसर के मरीजों को जीवनदान दे रहा है। कैंसर की जानलेवा बीमारी के सफल आप्रेशन कर रहा है। ऐसे ही यूपी के अमरोहा से आई एक पीड़ित महिला के कार्सिनोमा एसोफैगस का सफल आप्रेशन कर बीमारी से निजात दिलाई। महिला खुद को स्वस्थ महसूस कर रही है। महिला बीते दिनों गले में दर्द से जूझ रही थी। उसको भोजन करने और पानी पीने तक में दिक्कत आ गई थी। महिला को कैंसर होने का पता चला तो वह घबरा गई। दिल्ली और तमाम नामी हॉस्पिटल का रूख छोड़कर हरिद्वार के कनखल स्थित एसआर मेडिसिटी हॉस्पिटल में डॉ एसके मिश्रा पर भरोसा करते हुए हरिद्वार पहुंची। डॉ मिश्रा जी ने भी पीड़ित महिला के विश्वास पर अपने आत्मविश्वास की मोहर लगा दी और आप्रेशन को सफल बनाया।
यूपी के गाजियाबाद निवासी 53 वर्षीय सुनीता को फूड पाइप का कैंसर था। उनको खाने पीने में तकलीफ होने लगी। जिसके चलते उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही थी। ऐसी ही दूसरी मरीज 37 वर्षीय संजना यूपी के अमरोहा से एसआर मेडिसिटी हॉस्पिटल पहुंची। इन दोनों ही महिलाओं के गले का आप्रेशन हुआ। जिसके बाद दोनों मरीजों की तबीयत बिलकुल ठीक है। हालांकि सुनीता के आईसीयू में भर्ती होने के कारण बातचीत नहीं हो पाई। लेकिन संजना ने अपने अनुभवों के बारे में बताया। संजना ने बताया कि उनको बेहद तकलीफ थी। वह खाने और पीने में परेशानी उठा रही थी। आप खुद उनके अनुभवों को सुन सकते है।
डॉ एसके मिश्रा ने न्यूज 127 को बताया कि कैंसर एक ऐसी जानलेवा बीमारी हैं। भारत में हर साल लाखों लोगों की जिंदगी कैंसर के कारण चली जाती हैं। कैंसर कई प्रकार के होते हैं। जिसमें से एक हैं कार्सिनोमा एसोफैगस। यह बहुत ही खतरनाक होता है। लेकिन जानकारी के अभाव में लोग इसको गंभीरता से नहीं लेते है। हरिद्वार के एसआर मेडिसिटी हॉस्पिटल में कार्सिनोमा एसोफैगस का इलाज संभव है। समय रहते आप मरीज को अस्पताल ले आयेंगे तो इसका आप्रेशन किया जा सकता है। डॉ एसके मिश्रा ने बताया कि पीड़ित महिला के भोजन पाइप निकालकर पेट की नई भोजन नली बनाई गई है।रोगी ही हालत स्थिर है। कार्सिनोमा एसोफैगस का सफलतापूर्वक आप्रेशन किया गया है।
एंड्रोस्कोपी से की जांच
कार्सिनोमा एसोफैगस की जटिल बीमारी का पता दूरबीन से जांच करने के बाद ही पता चल पाता है। कार्सिनोमा एसोफैगस कैंसर ऐसी बीमारी है जो खाने की नली में होता है। इसे स्क्वामस सेल कार्सिनोमा भी कहते हैं। आप जो भोजन खाते हैं एसोफैगस उसे पेट में पाचन के लिए पहुंचाती है। यह आमतौर पर उन कोशिकाओं में शुरू होता है जो एसोफैगस के अंदर होती हैं।
कार्सिनोमा एसोफैगल कैंसर के लक्षण
डॉ एसके मिश्रा ने बताया कि पेट में जलन, खट्टी डकार इसके संकेत देते है। हालांकि लोग इनको मामूली बात समझकर छोड़ देते है। इसके अलावा एसोफैगल कैंसर के कुछ ओर लक्षण दिखाई देते हैं।खाना निगलने में परेशानी और दर्द होना,सीने के बीच में, हड्डी के ठीक नीचे भोजन चिपकने की शिकायत रहना, सीने में या कंधों की पसलियों के बीच दर्द, दिल में जलन होना और लगातार खट्टी डकारें आना, वजन अचानक कम होना,आवाज खराब होना और लंबे समय तक खांसी की समस्या, खाना ना पचना और खून की उल्टियां होना।