नवीन चौहान.
छात्रवृत्ति घोटाले में हरिद्वार के तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी दीपराज अग्निहोत्री के आवास पर जांच अधिकारी ने नोटिस चस्पा किया है। आरोप है कि वह एसआईटी के सामने अपना पक्ष रखने के लिए हाजिर नहीं हो रहे हैं। उनके आवास पर नोटिस चस्पा करते हुए उन्हें 12 अक्टूबर को जांच अधिकारी के समक्ष हाजिर होकर अपना पक्ष रखने के लिए कहा गया है।
बतादें अनुसूचित जाति एवं जनजाति दशमोत्तर छात्रवृत्ति प्रकरण के संबंध में जनपद हरिद्वार के विभिन्न थानों में तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी दीपराज अग्निहोत्री सेवानिवृत्त पुत्र रामस्वरूप निवासी त्रिलोक नगर थाना कनखल हरिद्वार के विरुद्ध निम्नलिखित शैक्षणिक संस्थानों बिना सत्यापन कराए एवं सत्यापन से गलत पाए गए कथित छात्रों के नाम से छात्रवृत्ति आवंटन के जाने के साक्ष्य प्रथम दृष्टया पाए जाने पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की बृद्धि करते हुए उत्तराखंड शासन से अग्रिम विवेचना की अनुमति प्राप्त की गई है।
उक्त दीपराज अग्निहोत्री को विशेष अन्वेषण दल के विवेचक निरीक्षक देवेंद्र सिंह कपरान निरीक्षक मुकेश चौहान तथा निरीक्षक राजेंद्र सिंह बिष्ट द्वारा कई बार अपना पक्ष प्रस्तुत करने हेतु बुलाया गया लेकिन वह जांच अधिकारी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए इस मामले में आज दीपराज अग्निहोत्री के निजी मकान पर एसआईटी के समक्ष पेश होने के लिए नोटिस चस्पा किए गए। इस नोटिस के माध्यम से उन्हें 12 अक्टूबर को एसआईटी के समक्ष हाजिर होने के लिए कहा गया है।
बतादें हरिद्वार के पांच शिक्षण संस्थानों में एक करोड 78 लाख 21 हजार 188 रूपये की छात्रवृत्ति धांधली सामने आयी थी। इस मामले की एसआईटी जांच कर रही है।