नवीन चौहान
ऋषिकुल मैदान में चल रहे त्रिदिवसीय सद्भावना सम्मेलन के दूसरे दिन समाजसेवी व उत्तराखंड सरकार में केबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि अध्यात्म एवं योग की शक्ति के द्वारा भारत पुनः विश्व गुरु की उपाधि को प्राप्त करेगा| अध्यात्म ज्ञान से मानव अपने अंदर छिपी हुई शक्ति को पुनः जाग्रत कर मानव से महामानव बन सकता है| उन्होंने अध्यात्म और विज्ञान के समन्वय पर जोर देते हुए कहा कि आज समाज को विज्ञान के साथ-साथ अध्यात्म को भी अपने जीवन में आत्मसात करना होगा तथा राष्ट्र निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभानी होगी| जब व्यक्ति अध्यात्मवादी होगा तो उसके हृदय में सद्भावना जाग्रत होगी, जब समाज में सद्भावना होगी तो धर्म व संप्रदाय के नाम पर होने वाले झगडे-फसाद स्वतः ही समाप्त हो जायेंगे | श्री महाराज ने उपस्थित जनसमूह का आह्वान करते हुए कहा कि जाति, धर्म, संप्रदाय आदि तमाम तरह कि संकीर्ण विचारधारा का त्याग करें तथा देश के निर्माण के लिए आगे आये|
इस अवसर पर श्रीमती अमृता रावत ने अपने विचार रखते हुए कहा कि जिस रास्ते पर सभी महापुरुष चले हमे उसी मार्ग का अनुसरण करके अपने जीवन का कल्याण करना चाहिए| उन्होंने कहा कि सर्व धर्म समभाव तथा सद्भावना हमारे देश की धरोहर है तथा इसकी रक्षा करना हम सबका कर्तव्य है| हम सद्भावना का प्रचार-प्रसार करे जिससे सभी मानव समाज एक सूत्र में बंधकर तथा वसुधैव कुटुंबकम की भावना को साकार कर अपने मानव जीवन का कल्याण कर सकें|
कार्यक्रम में देश-विदेशों से अनेक श्रद्धालुओं सहित संत-महात्माओं तथा संस्था के अनेकों कार्यकर्ता सम्मिलित रहे| इस अवसर पर राष्ट्रीय एकता शिविर का भी आयोजन किया गया, जिसमे देश के सभी राज्यों से प्रतिनिधियों ने भाग लेकर राष्ट्र एकता का संकल्प लिया| कार्यक्रम में डेनमार्क से पधारे श्रद्धालु जैकब एंड पार्टी ने अपनी फ्यूजन संगीत द्वारा दर्शको को भाव-विभोर कर दिया| कार्यक्रम का संचालन महात्मा हरिसंतोषानन्द ने किया|