बीएचएल में हुई चोरी का खुलासा, तीन गिरफ्तार, नशे के लिए करते थे मकानों में चोरी




नवीन चौहान.
हरिद्वार। कोतवाली रानीपुर ने बीएचईएल में हुई चोरी की घटना का खुलासा करते हुए तीन अभियुक्त गिरफ्तार किये हैं। पुलिस ने चोरी गया कुछ सामान भी बरामद करने का दावा किया है।

पुलिस के अनुसार कोतवाली रानीपुर पर 25 जुलाई को सेक्टर 5b बीएचएल निवासी विवेक यादव पुत्र राजेश कुमार ने अज्ञात चोरों द्वारा उनके घर का ताला तोड़कर डेल कंपनी का लैपटॉप मय चार्जर, अजंता दीवार घड़ी, बजाज कंपनी का जूसर मिक्सर ग्राइंडर, नोवा कंपनी का सैंडविच प्रेस, काले रंग का पर्स, पैन कार्ड व क्रेडिट कार्ड चोरी कर लिए जाने के संबंध में तहरीर दी थी।

जिस पर कोतवाली रानीपुर पर मुकदमा अपराध संख्या 321/ 2021 धारा 380 भा0 द0 वि0 पंजीकृत कर विवेचना शुरू की गई. चोरी की घटना के खुलासे के लिए प्रभारी निरीक्षक कोतवाली रानीपुर के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम द्वारा गहनता से जांच पड़ताल की गई। 26 जुलाई को मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस टीम उप निरीक्षक विकास रावत, कांस्टेबल सोहन राणा, कांस्टेबल प्रमोद गोस्वामी, कांस्टेबल केसर चौहान, कांस्टेबल दीप गौड द्वारा बीएचएल स्थित मटेरियल गेट के पास तीन मोटरसाइकिल सवार व्यक्तियों को रोककर पूछताछ की।

पूछताछ में उन्होंने अपने नाम पते लविश पुत्र किशोर निवासी वाटर वर्क्स कॉलोनी कोतवाली रानीपुर उम्र 19 वर्ष, मनीष कुमार पुत्र सुरेश कुमार निवासी संजय नगर तिबडी कोतवाली रानीपुर उम्र 20 वर्ष और अभय पुत्र किशोर कुमार निवासी वाटर वर्क्स कॉलोनी कोतवाली रानीपुर हरिद्वार उम्र 20 वर्ष बताए। उनके पास एक प्लास्टिक के कट्टे में से चोरी गया सामान एक बजाज जूसर मिक्सर ग्राइंडर, अजंता वॉल क्लॉक, नोवा कंपनी का सैंडविच प्रेस, एक काले रंग का पर्स जिसमें 20 रूपये थे तथा विवेक यादव नाम से पैन कार्ड व क्रेडिट कार्ड बरामद किये। तलाशी में लविश के कब्जे से 40000 रूपये बरामद हुए।

पूछताछ में उपरोक्त तीनों द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा मोटरसाइकिल से घूम कर बीएचईएल केंद्रीय विद्यालय के पास एक ताला बंद मकान की कुछ दिन निगरानी की गई थी और तीन-चार दिन पहले शाम 4-5 बजे करीब उसी क्वार्टर का ताला तोड़कर उन से बरामद हुआ यह सामान चोरी किया था और एक डेल कंपनी का लैपटॉप भी चोरी किया गया था जिसको उन्होंने बीएचईएलई स्टेडियम में एक अनजान लड़के को 42000 रूपये में भेज दिया था। 2000 रूपये उन्होंने शराब पीने में खर्च कर दिए और पर्स में भी कुछ पैसे थे जो कि उन्होंने खर्च कर दिए थे।

उक्त तीनों के द्वारा यह भी बताया गया कि वह नशा करने के आदी हैं और नशा करने के लिए चोरी करते हैं और चोरी किए गए सामान को बेचकर अपने नशे तथा अन्य खर्चे पूरे करते हैं। लविश द्वारा यह भी बताया गया कि उसने बीएचएल से पहले भी एक मकान से 12 लाख रुपए चोरी किए थे लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया था और जेल भेज दिया था। मुकदमा उपरोक्त में चोरी गए सामान के बरामद होने पर अभियुक्त गणों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय प्रस्तुत किया जा रहा है



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