रक्षाबंधन: आज इस शुभ मुहूर्त को देखकर बांधे भाई की कलाई पर राखी




नवीन चौहान.
इस बार रक्षाबंधन को लेकर दो तिथि सामने आयी हैं। एक पक्ष जहां 11 अगस्त को ही रक्षाबंधन बनाने की पैरवी कर रहा तो दूसरा पक्ष 12 अगस्त को यह त्यौहार मनाने की। हालांकि विद्वानों का कहना है कि सावन पूर्णिमा तिथि पर रक्षाबंधन मनाए जाने की परंपरा है। इसलिए 11 अगस्त को ही रक्षाबंधन मनाना ठीक रहेगा।

सावन पूर्णिमा की 11 अगस्त को सुबह 10 बजकर 38 मिनट से पूर्णिमा तिथि शुरू हो जाएगी जो अगले दिन यानी 12 अगस्त को सुबह 07 बजकर 5 मिनट तक रहेगी, फिर इसके बाद भाद्रपद की प्रतिपदा तिथि आरंभ हो जाएगी। इसलिए 12 अगस्त को रक्षाबंधन मनाने के पीछे खास तर्क नहीं है।

मुहूर्त गणना के अनुसार 11 अगस्त को सुबह 11 बजकर 37 मिनट से 12 बजकर 29 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा। 11 अगस्त,गुरुवार को दोपहर 02 बजकर 14 मिनट से 03 बजकर 07 मिनट पर विजय मुहूर्त रहेगा। इस तरह से भद्राकाल के रहते इस समय राखी बांधी जा सकती है। इसके अलावा रात 08 बजकर 51 मिनट पर भद्रा खत्म हो जाएगी। ऐसे में इस दौरान राखी बांधी जा सकती है। हालांकि शास्त्रों में राखी बांधने का सबसे अच्छा समय दोपहर को बताया गया है। जिसमें भद्रा का साया न हो।

पंडित और ज्योतिषों के अनुसार 11 अगस्त को पूर्णिमा तिथि के लगने के साथ ही भद्रा शुरू हो जाएगी, लेकिन भद्रा का वास पाताल लोक में रहेगा। मुहूर्त शास्त्र चिंतामणि के अनुसार जब भद्रा का वास पृथ्वीलोक पर होता है तो इस दौरान शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जा सकते हैं, लेकिन यही भद्रा जब पाताललोक में निवास करे तो इसका असर पृथ्वी वासियों के ऊपर नहीं होता है। भद्रा जिस लोक में निवास करती हैं उसका असर उसी लोक में रहता है। ऐसे में 11 अगस्त को भद्रा का निवास पृथ्वी पर नहीं है इसलिए रक्षाबंधन 11 अगस्त को मनाया जा सकता है।



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *