हरिद्वार की जनता के प्राणों की रक्षा करना जिलाधिकारी सी रविशंकर की पहली प्राथमिकता, जनता के सुझावों पर आदेश





नवीन चौहान
हरिद्वार जनपद के एक—एक नागरिक के प्राणों की रक्षा करने का नैतिक दायित्व जिलाधिकारी सी रविशंकर का है। जिलाधिकारी सी रविशंकर पूरी कर्तव्यनिष्ठा और तन्मयता के साथ अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे है। कोरोना संक्रमण को मात देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे है। अस्पतालों में आक्सीजन, वैंटीलेटर, इंजेक्शन व दवाईयों की पूर्ति करा रहे है। जनता को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जागरूक कर रहे है। प्रशासनिक टीम, चिकित्सकों, सफाईकर्मियों और पुलिसकर्मियों का मनोबल बढ़ा रहे है। लेकिन आपदा की इस घड़ी में उत्पन्न समस्याओं को लेकर तमाम आलोचनाओं को सुनने के बाद वह बेहतर चिकित्सा प्रबंध का मार्ग निकाल रहे है। जिलाधिकारी सी रविशंकर की सकारात्मक सोच और ईमानदार कार्यशैली जनता के लिए उपयोगी साबित हो रही है। फिलहाल हरिद्वार में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्ररण में है। करीब 20 लाख से अधिक की आबादी में कोरोना संक्रमण ​को काबू करना जिलाधिकारी सी रविशंकर की कर्तव्यनिष्ठा और दूरदर्शी सोच से ही संभव है।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर हरिद्वार में बेहद ही घातक साबित हुई। कुंभ पर्व के समापन के बाद से एकाएक कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई। हरिद्वार में त्राहिमाम की स्थिति बन गई। अस्पताल में रोने चीखने की आवाज सुनाई देने लगी। सोशल मीडिया पर परिचितों की मौत की खबर दिल को दहलाने लगी। जनता दहशतजदा हो गई। कोरोना संक्रमण मतलब मौत की गांरटी दिखाई देने लगा। हरिद्वार की जनता का धैर्य खोने लगा। लेकिन ​जिलाधिकारी सी रविशंकर ने आपदा की इस घड़ी में बेहद ही सूझबूझ और प्रशासनिक कौशल का परिचय देते हुए स्थिति को नियंत्रित करने में कारगर भूमिका निभाई। उन्होंने सभी सार्थक प्रयास किए। प्रशासन, चिकित्सा प्रबंधन, वैक्सीनेशन टीम से बेहतर समन्वय बनाकर कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने की दिशा में कार्य किया। जिलाधिकारी की योजनाबद्ध तरीके से बनाई गई तमाम रणनीति सफल साबित हुई।
फिलहाल हरिद्वार की बात करें तो जिलाधिकारी सी रविशंकर लॉकडाउन और चिकित्सा व्यवस्था संबंधी समस्याओं का निस्तारण प्रबुद्ध समाजसेवी, पत्रकार, वरिष्ठ नागरिकों और औद्योगिक इकाईयों के प्रतिनिधियों के सुझावों को लेने के बाद कर रहे है। जिलाधिकारी के तमाम निर्णयों को जनता की ओर से सराहा जा रहा है। जिलाधिकारी लॉकडाउन को लेकर उत्पन्न हो रही आम जनमानस की तकलीफों से भली भांति परिचित है। इसी के चलते उन्होंने जनता पर नरमी भी बरती हुई है। जिलाधिकारी का मुख्य लक्ष्य कोरोना संक्रमण से जनता को सुरक्षित बचाना ही है। वह खुद अपने स्वास्थ्य की परवाह किए हुए बिना 20 घंटे लगातार जनता की सेवा करने में जुटे है। उनकी सादगी, सरलता और भावना जनता की सेवा में समर्पित है। उनके उल्लेखनीय कार्य इतिहास बन रहे है। युवा आईएएस और पीसीएस अफसरों के लिए वह प्रेरणास्रोत्र बन चुके है।



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