नवीन चौहान.
उत्तराखंड में चुनाव को लेकर पार्टी अपनी अपनी बिसात बिछाने की तैयारी में जुटी है। प्रदेश में पहली बार आम आदमी पार्टी अपने सीएम प्रत्याशी की पहले से ही घोषणा कर चुनाव मैदान में उतर चुकी है। जबकि भाजपा अभी तक वर्तमान सीएम पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कह रही है।
सभी पार्टी मतदाताओं को रिझाने में जुट गए हैं। सबसे अधिक फोकस प्रदेश में बिजली को लेकर किया जा रहा है। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि यदि प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार आती है तो उपभोक्ताओं के बिजली बिल माफ किये जाएंगे। सभी उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली दी जाएगी। भाजपा ने भी इसके जवाब में बिजली के बिलों पर अपना फोकस कर लिया है। उसने भी बिजली के बिलों में छूट और राहत देने शुरू कर दी है। इसी तरह कांग्रेस भी चुनाव में बिजली के बिल को लेकर मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। हालांकि अभी तक सिर्फ चुनावी तैयारियों को लेकर ही घोषणा की जा रही है। चुनाव के दौरान पार्टी अपने घोषणा पत्र में क्या शामिल करते हैं ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा। फिलहाल इतना तो तय है कि इस बार के चुनाव में उपभोक्ताओं बिजली के बिलों को लेकर बड़ी राहत मिलेगी। ऐसा इसलिए कह रहे हैं सभी पार्टी इसी बिंदु को फोकस रही हैं, ऐसे में सरकार चाहे जिस पार्टी की बने लेकिन बिजली उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।
भाजपा सरकार ने अभी से बिलों में भारी छूट देकर अपना चुनावी फंडा अपनाना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड में घरेलू, अघरेलू/वाणिज्यिक (75 केवी तक), एल.टी. औद्योगिक तथा निजी नलकूप श्रेणी के विद्युत उपभोक्ताओं को विलम्ब भुगतान अधिभार में शत प्रतिशत छूट प्रदान करने की योजना के आदेश कर दिये गए हैं। इस संबंध में मन्त्रिमण्डल की बैठक में प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई थी।